- कश्मीर में हुई मौसम की पहली बर्फबारी
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उत्तर भारत में गर्मी से लोग परेशान
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लोगों को है अब ठंड का इंतजार
Weather Updates: उत्तर भारत (North India) से मानसून को विदा हुए 1 सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है। लोगों को उम्मीद थी कि मानसून के विदा होते ही तुरंत ही ठंड (cold) की शुरुआत भी हो जाएगी लेकिन इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) समेत उत्तर भारत के उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों में इस वक्त दिन के वक्त झुलसा देने वाली गर्मी (scorching heat) पड़ रही है।
गर्मी के प्रकोप के कारण रात के वक्त भी लोगों के एसी और कूलर बंद नहीं हो रहे हैं। आमतौर पर इस सीजन में कम से कम सुबह और शाम के वक्त लोगों को हल्की सर्दी महसूस होनी शुरू हो जाती है लेकिन इस बार ऐसा होता नहीं दिख रहा।
कश्मीर में रविवार को सीजन की पहली बर्फबारी : कल रविवार को कश्मीर में रविवार को सीजन की पहली बर्फबारी जरूर हुई है। कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्र में बर्फबारी होने से आने वाले दिनों में वहां पर्यटन बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। बच्चों की दशहरे की छुट्टी होने से सैलानी घाटी की ओर रुख कर सकते हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में बर्फबारी का दौर जारी रह सकता है।
उत्तर भारत में तापमान 35 से 36 डिग्री के करीब : इस वक्त पंजाब, हरियाणा सहित पश्चिमी उत्तरप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर में दिन का मापमान 35 से 36 डिग्री के करीब बना हुआ है जिसके चलते सीधे सूरज के संपर्क में आने वाले लोग जून और जुलाई जैसी गर्मी का सामना करने को मजबूर हैं। रात के वक्त भी गर्मी और उमस से लोगों को राहत नहीं मिल रही है। यही वजह है अक्टूबर का दूसरा सप्ताह आ गया है और लोगों के AC व कूलर बंद होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से सुबह-शाम के मौसम में कुछ ठंडक महसूस हो सकती है। पहाड़ों पर बर्फबारी का फायदा उत्तर भारत के लोगों को मिल सकता है।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून 5 अक्टूबर को उत्तरप्रदेश के कुछ और हिस्सों, गुजरात क्षेत्र, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और उत्तरी अरब सागर के अधिकांश हिस्सों से वापस चला गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अब अक्षांश 29 डिग्री उत्तरी देशांतर 84 डिग्री पूर्व नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम्, खारगांव, नंदुरबार, नवसारी, अक्षांश 20 डिग्री उत्तर और देशांतर 70 डिग्री पूर्व से होकर गुजरती है।
अगले 2 से 3 दिनों के दौरान गुजरात, मध्यप्रदेश के शेष हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। एक चक्रवाती परिसंचरण गंगीय पश्चिम बंगाल के उत्तरी भागों और आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है। आंध्रप्रदेश तट से दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा बना हुआ है। चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर है और एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी पाकिस्तान और उनके साथ पंजाब पर है।
पिछले 24 की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान असम, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। उत्तर-पूर्व भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तरी हरियाणा, उत्तरी पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचलप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
तेलंगाना, रायलसीमा, लक्षद्वीप, केरल, जम्मू-कश्मीर, झारखंड और दक्षिण उत्तरप्रदेश में हल्की बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और पूर्वी मध्यप्रदेश, पंजाब में कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री ऊपर है। असम और मेघालय के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.5 से 3 डिग्री नीचे रहा।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज सोमवार, 7 अक्टूबर को तमिलनाडु, केरल, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश संभव है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर-पूर्व भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और, झारखंड में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta