सरकार! यूक्रेन में सभी भारतीय बुरी तरह डरे हुए हैं, प्लीज कुछ करिए...
लखनऊ। यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से भारत के तमाम विद्यार्थी और नागरिक में यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उनकी सलामती और वापसी को लेकर देश मे जगह-जगह प्रार्थनाओं का दौर जारी है और भारत सरकार अपने देश के लोगों को वापस लाने में जुटी हुई है।
इसी बीच, एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कानपुर देहात के सिकंदरा की रहने वाली जानवी कटियार भारतीय छात्र-छात्राओं को सुरक्षित यूक्रेन से निकालकर हिंदुस्तान लाने की गुहार लगा रही है। यह वीडियो एक मिनट का है और सोशल मीडिया पर तेजी के साथ कानपुर देहात समेत पूरे यूपी में वायरल हो रहा है।
प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री से लगाई गुहार : वीडियो में दिख रही यूपी अपना नाम जानवी कटियार बता रही है और उसका कहना है कि वह यूपी में कानपुर देहात के सिकंदरा की रहने वाली है। लड़की बता रही है कि वहां के हालात ठीक नहीं हैं, जिसके चलते हिंदुस्तानी छात्र-छात्राओं को शेल्टर होम में जाकर बैठना पड़ रहा है। डर का माहौल है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मदद की गुहार लगाई है।
कभी भी कुछ भी हो सकता है : जानवी बता रही है कि यहां पर सभी बहुत डरे हुए हैं और यहां का माहौल भी ठीक नहीं है। अभी हम सब लोग पोलैंड के पास हैं, जहां पर थोड़ा-सा खतरा कम है। लेकिन प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री से मेरी गुजारिश है कि यहां के बच्चों को जल्द से जल्द निकाला जाए। यहां पर डर का माहौल है। किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। हम सभी का राशन भी अब तो खत्म हो रहा है। प्लीज कुछ करिए और हम सभी को यहां से सुरक्षित हिंदुस्तान लेकर जाइए। धन्यवाद..
सहारनपुर की बेटी निहारिका ने निहारिका ने बताया कि मिसाइलों और बम धमाकों के कारण सभी बंकरों में छिपे हैं। जिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. गजेंद्र सिंह की बेटी निहारिका भी यूक्रेन के ईवानो फ्रैंक्स में एमबीएस की स्टूडेंट है। वह 5 साल पहले यूक्रेन गई थी। वह दो साल तक कोरोना के चलते भारत नहीं आ पाई। निहारिका ने वीडियो वायरल कर वतन वापसी की गुहार लगाई है।
यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक युवक का वीडियो भी सामने आया है। उक्त युवक का नाम मोहम्मद सैफ है और वो अमेठी के जायस का निवासी है। वीडियो जारी कर मोहम्मद सैफ ने कहा है कि जंग होने के कारण मैं यहां फंसा हुआ हूं। यहां पर कल ही लवीव में, कीव में, ईवानो फ्रैंक्स में भी हमला हुआ है। हम लोगों के एयरपोर्ट को बर्बाद किया जा रहा है ताकि कोई मदद न मिल सके।
सबसे बड़ी बात यह है कि हम लोग यहां पिछले एक हफ्ते से परेशान हैं। हम लोगों के लिए न तो यहां की सरकार और न ही इंडिया की सरकार कुछ कर रही है। उसने यह भी कहा कि हम लोगों ने काफी न्यूज चैनल पर भी वीडियो दे रखी हैं ताकि सबको पता चल जाए कि यहां पर क्या हो रहा है और क्या नहीं हो रहा है। उसने कहा है कि इंडिया सरकार से ये आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द हम लोगों को यहां से निकालने का कुछ इंतेजाम करिए। हम लोग अपनी रिस्क पर पोलैंड जा रहे हैं। किसी का कोई हाथ नहीं है न ही यहां की सरकार का और न ही इंडिया की सरकार का। अब आगे देखते हैं कि क्या होता है। सरकार कुछ करती है तो अच्छी बात है नहीं तो हम लोगों को ही निकलना पड़ेगा, अपने पैसों से।
यूक्रेन में छिड़ी जंग के बाद यूक्रेन से इटावा पहुंची भारतीय छात्रा तेजस्विता का जोरदार स्वागत हुआ। रेलवे स्टेशन पर मीडिया से बातचीत करते हुए छात्रा ने भारतीय दूतावास पर लापरवाही का आरोप लगाया। छात्रा ने बताया यूक्रेन के हालात इस वक्त से बद से बदतर हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए भारत सरकार ने अभी तक कोई मदद नहीं की है। छात्रा ने कहा 60 हजार की फ्लाइट को बुक करके वतन लौटे हैं। तेजस्विता यूक्रेन के विनिस्टिया में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए 2019 में गई थी।