पाकिस्तानी विशेष बलों के एक समूह ने 1 मई सोमवार तड़के भारतीय सेना के गश्ती दल को हैरत में डालते हुए भारतीय सीमा में 250 मीटर से ज्यादा भीतर घुसकर घात लगाकर हमला किया और दो भारतीय सैनिकों का सिर धड़ से अलग कर दिया। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) ने घात लगाई और लंबे समय तक गश्ती दल का इंतजार किया।
भारत की जवाबी कार्रवाई:- मीडिया खबरों के मुताबिक भारतीय सेना ने एलओसी के उस पार मौजूद पाक सेना की उन चौकियों को ध्वस्त कर दिया है जिनसे बॉर्डर एक्शन टीम के सदस्यों की घुसपैठ के लिए उनको कवर फायर दिया गया था। भारतीय सेना ने पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान के किरपान और पिंपल पोस्ट पर निशाना साधा। भारतीय सेना ने जमकर फायरिंग कर पाकिस्तानी सेना की तीन पोस्ट को तबाह कर डाला है।
सूत्रों को मुताबिक पाक की बॉर्डर एक्शन टीम की 647 मुजाहिद बटालियन ने एलओसी पर हुए हमले को अंजाम दिया था। बटालियन के सदस्यों की घुसपैठ के लिए पाक आर्मी की ओर से किरपान और पिंपल पोस्ट से कवर फायरिंग की गई थी। अब जवाब में भारतीय सेना ने भी पाक की उन चौकियों को ध्वस्त कर दिया है जिनसे ये कवर फायरिंग हुई थी।
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, भारत ने जवाबी कार्रवाई में तीन पाकिस्तानी पोस्ट उड़ा दी हैं जिनमें 7 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की जानकारी भी सामने आ रही है। भारत ने पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की तीन चौकियों पर हमला करके उन्हें पूरी तरह तबाह कर डाला। देर रात तक हुई इस कार्रवाई में 647 मुजाहिद यूनिट के 7 जवानों के मारे की सूचना है।
दो जावानों के साथ बर्बरता : सोमवार सुबह पाकिस्तानी सेना ने इसी पिंपल पोस्ट से गोलाबारी की थी और इसी दौरान पाक की बार्डर एक्शन टीम (बैट) ने भारतीय क्षेत्र में घुसकर शहीद जवानों के शवों के साथ बर्बरता की थी। शहीद होने वालों में नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेमसागर शामिल हैं। टीम ने दोनों भारतीय जवानों के शवों को क्षत-विक्षत करने के बाद उनके अंग भी काटकर अपने साथ ले गई है। बैट टीम ने सबसे अधिक बर्बरता नायब सूबेदार परमजीत सिंह के पार्थीव शरीर के साथ की थी।
गौरतलब है कि पाक के बैट दस्ते ने ही 8 जनवरी 2013 को हमारे जवान हेमराज सिंह व सुधाकर सिंह की हत्या की थी। हेमराज का सिर काट ले गए थे और सुधाकर के शव के अंग भंग किए गए थे।
भारत सरकार ने की आलोचना :-
भारत सरकार ने पाकिस्तान के हमले की निंदा करते हुए शहीद हुए दोनों भारतीय सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता किए जाने की आलोचना की थी। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में सारी जानकारी ली। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए पहले ही कह दिया था, 'भारत सरकार इसकी घोर निंदा करती है। देश को हमारी सेना पर पूरा भरोसा है। इसकी जो प्रतिक्रिया उनको करनी पड़ेगी वे करेंगे। हमारे दो सैनिकों का जो बलिदान है, वह व्यर्थ नहीं जाएगा।' इसी तरह उन्होंने यह भी साफ तौर पर कहा कि सैनिकों के शव के साथ अमानवीय हरकत में पाकिस्तानी सेना का ही हाथ है। ऐसी हरकतें तो युद्ध में भी नहीं हुआ करती और निश्चित तौर पर शांति में तो कभी नहीं होती।
इस तरह फंसाया जाल में :-
एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है, 'यह पाकिस्तानी सेना का पूर्वनियोजित हमला था। उन्होंने बॉर्डर एक्शन टीम को भारतीय सीमा में 250 मीटर से भी ज्यादा अंदर भेजा और हमला करने के लिए देर तक घात लगाकर हमला किया।' उन्होंने कहा, 'उनका निशाना एक चौकी से निकलने वाला, सात-आठ सदस्यों वाला गश्ती दल था।' उन्होंने कहा कि चौकियों पर हमला हो रहा था, ऐसे में गश्ती दल के सदस्य छुपने के लिए गए। इसी प्रक्रिया में दो सदस्य पीछे रह गए और बैट ने उन्हें निशाना बनाया।
बीएसएफ की 200वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल प्रेमसागर और सेना के 22वें सिख रेजिमेंट के नायब सूबेदार परमजीत सिंह की हत्या कर उनके शवों को क्षत-विक्षत कर दिया गया। बैट की भर्ती विशेष रूप से नियंत्रण रेखा के उस पार कार्रवाई के लिए की गयी है। पाकिस्तान में बैट का प्रमुख हिस्सा एसएसजी (विशेष सेवा समूह) है। इसका प्राथमिक कार्य नियंत्रण रेखा पर विवादित कार्रवाई करना है। अतीत में भी कई बैट हमले हुए हैं जिनमें जवानों के सिर काटे गये हैं या उनके शवों को क्षत-विक्षत किया गया है।
मोर्टार की भारी गोलाबारी के बीच पाकिस्तान के विशेष बलों की टीम नियंत्रण रेखा पार करके भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक भीतर घुसकर पुंछ सेक्टर में आई और भारत के दो जवानों के सिर धड़ से अलग कर दिए। हमले से एक दिन पहले ही पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा नियंत्रण रेखा के समीप कुछ इलाकों में आए थे और उन्होंने कश्मीरियों को समर्थन का वादा किया था। हालांकि पाकिस्तानी सेना ने हमले में किसी भी तरह का हाथ होने से इनकार किया है।
पाकिस्तान का झूठ :-
पाकिस्तानी सेना दो भारतीय सुरक्षा बलों के शवों को क्षत-विक्षत किए जाने से सोमवार (1 मई) को इंकार किया। पाकिस्तानी सेना की इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा, ‘पाकिस्तानी सेना ने न तो नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन को अंजाम दिया और न ही बट्टल सेक्टर (भारत के कृष्णा घाटी सेक्टर) में बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है जैसा कि भारत ने आरोप लगाया है। भारतीय सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत किए जाने का भारत का दावा फर्जी है।’
उसने कहा, 'पाकिस्तानी सेना बहुत ही पेशेवर बल है और वह किसी सैनिक यहां तक कि भारतीय का भी कभी अनादर नहीं करेगी।' (एजेंसी)