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Last Updated :नई दिल्ली , शनिवार, 15 जुलाई 2023 (09:16 IST)

Weather Update : दिल्ली से मुंबई तक पानी ही पानी, मौसम विभाग ने दी चेतावनी

Weather Update : दिल्ली से मुंबई तक पानी ही पानी, मौसम विभाग ने दी चेतावनी - IMD issued yellow alert for Delhi
Weather Update: मौसम विभाग कार्यालय (IMD) ने दिल्ली में शनिवार को मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का येलो अलर्ट (yellow' alert) जारी किया है। लक्ष्मी नगर, आयानगर, लोधी रोड, मुंगेशपुर और पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों सहित राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में शुक्रवार को हल्की बारिश हुई। इसके अलावा लुटियंस दिल्ली समेत अन्य इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। देश के अनेक राज्यों में भारी वर्षा होने का अनुमान है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक पूर्वानुमान में कहा कि शनिवार को दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी ने शहर के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने कहा कि आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश तथा गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी।
 
मुंबई में 'येलो' अलर्ट की चेतावनी जारी : मुंबई और उसके आसपास के उपनगरों में पिछले 1 सप्ताह से जारी हल्की बारिश के बाद शुक्रवार को मध्यम से भारी बारिश हुई जिसके कारण कुछ स्थानों पर जलजमाव होने से यातायात प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
 
नगर निकाय के एक अधिकारी के मुताबिक भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना व्यक्त करते हुए मुंबई के लिए 'येलो' अलर्ट की चेतावनी जारी की है। अधिकारी के मुताबिक अगले 5 दिनों के लिए जारी 'जिला पूर्वानुमान और चेतावनी' में आईएमडी ने मुंबई के लिए पूर्वानुमानित 'ग्रीन' अलर्ट को बदलकर 'येलो' अलर्ट कर दिया है।
 
मुंबई में सुबह से ही मध्यम से भारी बारिश हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि उपनगरों की तुलना में शहर में बारिश तेज थी। अधिकारी के मुताबिक सुबह से मुंबई में बारिश का सिलसिला जारी है जिससे शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव होने से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है।
 
असम में बाढ़ से स्थिति बिगड़ी, 17 जिले के 67,000 से अधिक लोग प्रभावित : असम में ब्रह्मपुत्र सहित प्रमुख नदियों का जलस्तर कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के कारण शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई तथा राज्य के 17 जिले में 67,000 से अधिक की आबादी प्रभावित हुई है। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई।
 
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को बाढ़ से 67,689 लोग प्रभावित हुए जबकि इससे 1 दिन पहले प्रभावित लोगों की संख्या 41,000 थी। इसमें बताया गया कि शुक्रवार को बाढ़ के कारण किसी की मौत होने की सूचना नहीं मिली और कुल मृतक संख्या 7 बनी हुई है।
 
बुलेटिन में बताया गया कि प्रभावित जिलों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है और इनमें बक्सा, बिस्वनाथ, बोंगाईगांव, चिरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहाट, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, नागांव, नलबाड़ी, शिवसागर तामुलपुर और तिनसुकिया शामिल हैं। इससे 1 दिन पहले प्रभावित जिलों की संख्या 10 थी।
 
धुबरी और तेजपुर में ब्रह्मपुत्र नदी तथा गोलकगंज में बेकी, बूढ़ी दिहिंग और संकोश नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। तड़के अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद भूटान की सीमा से लगे पश्चिमी असम के जिलों को अलर्ट पर रखा गया है।
 
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दिन में ट्वीट किया था कि प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पानी को द्वारों के माध्यम से सावधानीपूर्वक छोड़ा जा रहा है, लेकिन पड़ोसी देश में मौसम की परिस्थितियों में सुधार होने के कारण छोड़े गए पानी की मात्रा संभवत: ज्यादा नहीं होगी।
 
जिला प्राधिकारियों ने 78 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं जिनमें 4,531 लोगों ने शरण ली है। राज्य में 2,770 हैक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है जबकि 49,535 जानवर भी प्रभावित हुए हैं। माजुली में एक तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया तथा बारपेटा, चिरांग, धुबरी, गोलाघाट, लखीमपुर, माजुली, शिबसागर और सोनितपुर जिलों में 18 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। बुलेटिन में बताया गया है कि बारपेटा, बोंगाईगांव, धुबरी, कोकराझार, शिवसागर और तामुलपुर में भी बड़े पैमाने पर कटाव की सूचना मिली है।
 
बिहार में वज्रपात से 9 लोगों की मौत, 4-4 लाख के अनुग्रह राशि की घोषणा : बिहार के 6 जिलों में बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात के कारण लोगों की मौत होने पर गहरा शोक व्यक्त किया। बिजली गिरने के कारण अरवल जिले में 3, रोहतास में 2 तथा मुजफ्फरपुर, बांका, पूर्वी चम्पारण एवं नालंदा में 1-1 व्यक्ति की मौत हो गई।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने मृतक के परिजन को अविलंब 4-4 लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें और वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें।
 
हरियाणा में बाढ़ के हालात पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग : हरियाणा में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 13 जिले प्रभावित हैं और इसके मद्देनजर कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
 
कांग्रेस ने राज्य में बाढ़ के हालात पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद एक संवाददाता सम्मेलन में जब हुड्डा से पूछा गया कि क्या उनकी मुख्यमंत्री से बात हुई है? तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वे सर्वदलीय बैठक बुलाएं।
 
उन्होंने कहा कि राज्य संकट में है। उन्हें सभी दलों के साथ बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि क्या हालात हैं? राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने राज्य में बाढ़ के कारण फसलों और संपत्तियों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तत्काल सर्वेक्षण कराने की मांग की ताकि इससे प्रभावित हुए लोगों को मुआवजा दिया जा सके।
 
कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार फसलों के नुकसान के लिए प्रति एकड़ 40,000 रुपए की दर से मुआवजा दे। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने यहां राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा और कहा कि भारी बारिश के कारण अनेक जिलों के बड़े हिस्से बाढ़ग्रस्त हैं।
 
कांग्रेस नेताओं ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि इससे राज्य सरकार का कुप्रबंधन और असमर्थता जाहिर हो गई है, क्योंकि समय पर उचित कदम नहीं उठाए गए। ज्ञापन में दावा किया गया है कि मौसम विभाग की चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया गया और इस क्षेत्र के लोग सरकार की अक्षम्य लापरवाही और प्रशासन की उदासीनता का शिकार हो रहे हैं। पार्टी ने विस्थापित लोगों के पुनर्वास की मांग की है।
 
मानसून की धुरी का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर चल रहा है। पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में है। मानसून ट्रफ बीकानेर, अलवर, ग्वालियर, सतना, गया, मालदा और फिर उत्तर-पूर्व की ओर अरुणाचल प्रदेश से गुजर रही है।
 
पश्चिम-मध्य और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर 4.5 किमी के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिणी उत्तरप्रदेश के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। 16 जुलाई के आसपास बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है।
 
आज की संभावित गतिविधि : अगले 24 घंटों के दौरान सिक्किम, उपहिमालई पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
 
दक्षिणी गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, पूर्वी राजस्थान और विदर्भ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1 या 2 स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। दिल्ली, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्रप्रदेश में अच्छी बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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