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Last Updated :नई दिल्ली , शुक्रवार, 14 जुलाई 2023 (09:16 IST)

Weather Updates: मानसूनी बारिश से उफान पर नदियां, कई राज्यों में बाढ़ से हालात

Weather Updates: मानसूनी बारिश से उफान पर नदियां, कई राज्यों में बाढ़ से हालात - Monsoon rains continue in UP
Weather Updates: उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) में मानसूनी बारिश (monsoon rains) की वजह से गंगा (Ganga) और यमुना (Yamuna) समेत कई नदियां उफान पर हैं जिससे कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई।
 
मौसम केंद्र, लखनऊ की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिमी मानसून पूरे प्रदेश में सक्रिय है। इस दौरान अनेक स्थानों पर व्यापक वर्षा हुई। कुछ स्थानों पर भारी से अत्यंत भारी बारिश भी हुई। पिछले 24 घंटों के दौरान संभल में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा बिजनौर में 15, सहारनपुर में 13, मुजफ्फरनगर के जानसठ में 13, उन्नाव के सफीपुर में 12, मेरठ और बिजनौर के चांदपुर में 11-11, अमरोहा के नौगांवा सादात में 10, कासगंज के सहावर, बिजनौर के नजीबाबाद और नगीना तथा उन्नाव के हसनगंज में 9-9, लखनऊ के मलीहाबाद में 7, अयोध्या, भानपुर (बस्ती), अतरौली (अलीगढ़) तथा नरौरा (बुलंदशहर) में 6-6 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
 
मौसम विभाग ने आगामी 18 जुलाई तक राज्य में अनेक स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है। राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान वर्षाजनित हादसों में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है। इस दौरान बाराबंकी में 4, सिद्धार्थनगर और श्रावस्ती में 3-3, सहारनपुर, रायबरेली, हरदोई तथा सुलतानपुर में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है।
 
रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में इस वक्त बाढ़ से 5 जिलों की लगभग 2 लाख 30 हजार की आबादी प्रभावित है। सहारनपुर के 104 गांवों की 2 लाख 27 हजार की आबादी बाढ़ से जूझ रही है। इसके अलावा मुजफ्फरनगर में 12 और गौतमबुद्धनगर के 6 गांव भी बाढ़ से प्रभावित हैं।
 
इस बीच केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से गंगा और यमुना समेत कई नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। गंगा नदी कचला पुल (बदायूं) में खतरे के निशान को पार कर गई है। इसके अलावा नरोरा और फतेहगढ़ में इसका जलस्तर लाल निशान के नजदीक पहुंच गया है।
 
रिपोर्ट के अनुसार यमुना नदी मावी (शामली) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जबकि प्रयाग घाट (मथुरा) में इसका जलस्तर लाल निशान के नजदीक पहुंच गया है। इसके अलावा शारदा नदी पलिया कलां और शारदा नगर में, घाघरा नदी कतर्निया घाट और एल्गिन ब्रिज में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है।
 
प्रदेश के राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने बताया कि बारिश के मद्देनजर विभिन्न जिलों में बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील सभी गांवों में राहत चौपाल आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन चौपालों में ग्राम प्रधान के साथ-साथ राजस्व, सिंचाई, पुलिस, स्वास्थ्य, पशुपालन, पंचायती राज, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, कृषि, ग्राम विकास, खाद्य एवं रसद विभाग समेत सभी संबंधित महकमों के क्षेत्रीय ग्राम स्तरीय कर्मचारी एवं प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
 
राहत आयुक्त ने बताया कि चौपाल का मुख्य उद्देश्य आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम करना, ग्रामीण स्तर तक आम लोगों को संभावित बाढ़ के दुष्प्रभाव से बचाना और भविष्य में होने वाली ऐसी आपदाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
 
कुमार ने बताया कि जिलों में आयोजित ग्राम स्तरीय राहत चौपालों में जिलाधिकारी कम से कम 5 राहत चौपालों, अपर जिलाधिकारी कम से कम 10, उप जिलाधिकारी कम से कम 15 और तहसीलदार कम से कम 20 राहत चौपाल में व्यक्तिगत रूप से हिस्सा लेंगे।
 
राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से प्रभावित जनपद गौतमबुद्धनगर के कुछ क्षेत्रों में जलभराव की सूचना मिली है और 12 एवं 13 जुलाई की मध्य रात्रि लगभग 2 बजे एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की टीम ने लगभग 45 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राजस्व प्रशासन व एसडीआरएफ टीम मौके पर मौजूद है और राहत कार्य जारी है।
 
उत्तराखंड में बारिश से एक युवती की मौत, 2 लोग लापता: देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड में बारिश के कारण हुए भूस्खलन और पुल टूटने की घटनाओं में 1 युवती की मौत हो गई तथा 2 अन्य लोग लापता हो गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का गुरुवार को दौरा किया।
 
राज्य में अनेक स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया जिससे जनजीवन के साथ ही चारधाम यात्रा पर भी प्रभाव पड़ा। पौड़ी जिले के कोटद्वार को भाबर से जोड़ने वाला मालन नदी पर बना महत्वपूर्ण पुल भारी बारिश के बीच टूट गया।
 
अगले 2 दिन बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए प्रदेश में 1ली से 12वीं कक्षा के सभी विद्यालयों में 14 और 15 जुलाई को अवकाश घोषित कर दिया गया है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में भूस्खलन की घटनाओं में 4 व्यक्ति घायल भी हुए हैं। रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर गौरीकुंड से 2 किलोमीटर आगे मोरानी में पहाड़ी से मलबा आने के कारण गुजरात के सूरत की रहने वाली 1 युवती की मौत हो गई और बिहार का रहने वाला 1 युवक घायल हो गया।
 
रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि एक अन्य घटना में गौरीकुंड के पास भटवाड़ीसैंण में भूस्खलन होने से उसके मलबे में एक कार दब गई जिसके कारण कार चालक घायल हो गया। टिहरी जिले में टिहरी-घनसाली मार्ग पर नंदगांव के पास एक बरसाती नाला पार करते समय एक मोटरसाइकल पर पहाड़ी से अचानक मलबा गिर गया जिससे उस पर सवार 2 कावड़ियों में से 1 लापता हो गया है। पुलिस ने बताया कि दूसरा कावड़िया सुरक्षित है और लापता कावड़िए की तलाश की जा रही है।
 
इस बीच पौड़ी जिले के कोटद्वार में मालन पुल टूटने के दौरान उस पर से एक मोटरसाइकल पर सवार 3 व्यक्ति गुजर रहे थे जिनमें से एक व्यक्ति नदी में गिरने के बाद लापता हो गया जबकि 2 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि लापता की पहचान 32 वर्षीय प्रशांत डबराल के रूप में हुई है और उसकी तलाश की जा रही है।
 
मुख्यमंत्री ने लक्सर तहसील के अतिवृष्टि तथा सोनाली नदी का तटबंध टूटने से जलभराव और बाढ़ से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बचाव नौका तथा ट्रैक्टर पर बैठकर लक्सर बाजार, मदारपुर, शाहपुर बस्ती, प्रह्लादपुर, हस्तमौली समेत कई क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को बाढ़ प्रबंधन योजना बनाने को कहा।
 
इस दौरान उन्होंने प्रभावितों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना तथा अधिकारियों को स्थिति पर लगातार नजर रखते हुए प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने को कहा। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा।
 
इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अतिवृष्टि के हालात की समीक्षा के लिए यहां एक उच्चस्तरीय बैठक की तथा वरिष्ठ अधिकारियों को स्वयं मौके पर जाकर व्यवस्था संभालने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन करने को भी कहा।
 
मुख्यमंत्री ने बाद में बताया कि उन्होंने आपदा प्रबंधन सचिव से हरिद्वार जाकर सारी व्यवस्था अपने हाथ में लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि आपदा राहत कार्यों के लिए पर्याप्त बजट है और संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी। धामी ने यह भी कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण बह गए पुलों का विकल्प तैयार करने के लिए सेना से सहयोग मांगा गया है।
 
लक्सर के अलावा हरिद्वार शहर, भगवानपुर और रुड़की के विभिन्न क्षेत्र बारिश के बाद जलमग्न हो गए। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार हरिद्वार जिले के संवेदनशील इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) और सेना के दल तैनात किए गए हैं। पहाड़ों में भी भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अनेक मार्ग बंद हैं।
 
ऋषिकेश-रुद्रप्रयाग राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ीसैंण, तिलवाड़ा, मुनिकटिया और सोनप्रयाग में मलबा आने के कारण बंद है। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी रजवार ने बताया कि मार्ग बंद होने के कारण यात्रा को सोनप्रयाग में रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि अवरुद्ध सड़क मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है तथा यात्रियों को भारी बारिश के कारण सुरक्षित स्थानों में रुकने को गया है तथा उनसे मौसम ठीक होने पर ही यात्रा करने की अपील की गई है।
 
पंजाब, हरियाणा के बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य तेज : पंजाब और हरियाणा के बाढ़ प्रभावित उन इलाकों में गुरुवार को तेजी से राहत कार्य जारी रहा जहां बारिश के कहर ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पिछले 3 दिनों में मौसम में सुधार होने के कारण दोनों राज्यों के अधिकारियों ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। पंजाब में 14 और हरियाणा में 7 जिले प्रभावित हुए हैं।
 
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पंजाब और हरियाणा में बुधवार को बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 6 और लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर अब 21 हो गई है जिसमें हरियाणा में 10 लोग शामिल हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कुछ प्रभावित इलाकों में स्थिति का जायजा लिया।
 
हथिनीकुंड बैराज से पानी के बहाव के कारण दिल्ली में यमुना का स्तर बढ़ने को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने गुरुवार को कहा कि बैराज से अतिरिक्त पानी नहीं छोड़ने से 'और बड़ा नुकसान' हो सकता है।
 
delhi rain
दिल्ली की सड़कों, घरों, श्मशान घाटों और आश्रयगृहों में पानी भरा: दिल्ली की सड़कों, घरों, श्मशान घाटों और आश्रयगृहों में पानी भर गया है जिससे राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य जीवन प्रभावित हो गया है। यमुना का जल स्तर गुरुवार को 208.62 मीटर तक पहुंचने के बाद स्थिर हो गया। यमुना के जलस्तर ने 45 साल पहले के अधिकतम स्तर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
 
अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज में गुरुवार सुबह 10 बजे पानी का बहाव 1.62 लाख क्यूसेक था, जो मंगलवार सुबह बैराज से छोड़े गए लगभग 3.21 लाख क्यूसेक पानी से काफी कम है। दिल्ली यातायात पुलिस ने यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण गुरुवार को यातायात प्रतिबंधों संबंधी एक परामर्श जारी किया जिसके चलते पानीपत और सोनीपत सहित हरियाणा रोडवेज डिपो की बस केवल हरियाणा-दिल्ली के सिंघु बॉर्डर तक ही चलीं।
 
कुछ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पटियाला के पातड़ां में कहा कि पंजाब और पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश में हाल में हुई भारी बारिश से पंजाब पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मान ने कहा कि वह स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के अधिकारियों को लोगों को हरसंभव मदद देने का निर्देश दिया है।
 
मान ने योजना और तैयारी की कथित कमी के लिए राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधने वाले प्रतिद्वंद्वी दलों पर पलटवार करते हुए कहा कि इस समय उनकी प्राथमिकता जरूरतमंद लोगों की देखभाल करना है। यह पूछे जाने पर कि क्या पंजाब ने केंद्र से कोई बाढ़ राहत पैकेज मांगा है? मान ने कहा कि नुकसान का अभी आकलन किया जा रहा है।
 
उन्होंने कहा कि हमने अभी तक नुकसान का आकलन नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें (केंद्र को) कोई पैकेज देना है तो वे दे सकते हैं, लेकिन हम भीख नहीं मांगेंगे। पंजाब सरकार ने विद्यार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर गुरुवार को राज्य में स्कूलों की छुट्टियां 16 जुलाई तक बढ़ा दी हैं। पहले 13 जुलाई तक स्कूलों की छुट्टियां घोषित की गई थीं।
 
पंजाब के कई प्रभावित जिलों में जलभराव वाले इलाकों से 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। फिरोजपुर जिले के हजारा सिंह वाला गांव में सतलुज नदी पर बने पुल का एक हिस्सा गुरुवार को टूट गया जिससे 20 से अधिक गांवों में संपर्क सेवा प्रभावित हो गई।
 
उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (जीरा) गगनदीप सिंह ने कहा कि प्रशासन अस्थायी मरम्मत करने और पुल के जरिए संपर्क सुविधा जल्द से जल्द बहाल करने की कोशिश कर रहा है। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में सेवाएं चे चुके लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एच.एस. पनाग ने फतेहगढ़ साहिब के पास अपने फार्महाउस की तस्वीरें ट्वीट कीं, जो हाल में आई बाढ़ के कारण डूब गया है। सरकार ने दोनों राज्यों के कई जिलों में राहत आश्रय केंद्र स्थापित किए हैं।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर उत्तरप्रदेश, उत्तरी बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, तटीय कर्नाटक, केरल, विदर्भ और तटीय आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों, दक्षिण में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
 
पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान के मध्य भाग, झारखंड, ओडिशा, आंतरिक आंध्रप्रदेश, मराठवाड़ा, तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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