मंगलवार, 2 जुलाई 2024
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Written By Author सुरेश एस डुग्गर

LoC पर BAT के साथ जुटे सैकड़ों आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

LoC पर BAT के साथ जुटे सैकड़ों आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार - Hundreds of terrorists gathered with Pak BAT on LoC
Pakistan BAT: अगर खुफिया रिपोर्टों पर विश्वास करें तो पाक सेना एलओसी पर बैट हमलों में तेजी ला सकती है। इसकी खातिर उसने अपने कमांडो एलओसी के पार के कई सेक्टरों में तैनात किए हैं और उनका साथ देने को 300-400 आतंकियों को भी लगा दिया है। इसकी पुष्टि सेनाधिकारी कर रहे हैं।
 
पाक सेना के इन्हीं इरादों को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना ने एलओसी पर स्थित अपनी कई सीमा चौकियों पर कमांडो तैनात किए हैं। यह तैनाती उन सूचनाओं के बाद की गई है, जिनमें कहा गया है कि पाक सेना एलओसी पर बैट के जरिए कमांडो कार्रवाइयों को अंजाम देना चाहती है। इसके साथ-साथ वह सीजफायर के उल्लंघन को भी बढ़ाते हुए घुसपैठ को तेज कर चुकी है।
 
पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम के उल्लंघन में हुई हालिया बढ़ोतरी के कारण जम्मू कश्मीर में एलओसी से सटे इलाकों में बढ़े तनाव के बीच सेना ने बताया कि उन्हें पाकिस्तान एलओसी पर और अधिक कमांडो हमले की कोशिश कर रहा है।
 
बैट अर्थात बार्डर रेडर्स के नाम से जाने जाने वाले यह कमांडो पाकिस्तान के विशेष बलों के कर्मियों और आतंकियों का एक मिलाजुला स्वरूप है। पिछले कुछ सालों में पाक बॉर्डर रेडर्स भारत के कई सैनिकों की नृशंस हत्या कर चुका है। 
 
वैसे एलओसी पर बॉर्डर रेडर्स के हमले कोई नए नहीं हैं। इन हमलों के पीछे का मकसद हमेशा ही भातीय सीमा चौकियों पर कब्जा जमाना रहा है। पाकिस्तानी सेना की कोशिश कोई नई नहीं है। करगिल युद्ध की समाप्ति के बाद हार से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने बॉर्डर रेडर्स टीम का गठन कर एलओसी पर ऐसी बीसियों कमांडों कार्रवाइयां करके भारतीय सेना को क्षति पहुंचाने की कोशिश की है। 
 
पिछले 24 सालों में कितनी बार पाक सेना के बॉर्डर रेडर्स ने भारतीय सीमा चौकियों पर हमले किए, इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है। बैट के हमले ज्यादातर एलओसी के इलाकों में ही हुए थे। इंटरनेशनल बार्डर पर पाक सेना ऐसी हिम्मत नहीं दिखा पाई थी। जबकि राजौरी और पुंछ के इलाके ही बार्डर रेडर्स के हमलों से सबसे अधिक त्रस्त इसलिए भी रहे थे क्योंकि एलओसी से सटे इन दोनों जिलों में कई फारवर्ड पोस्टों तक पहुंच पाना दिन के उजाले में संभव इसलिए नहीं होता था क्योंकि पाक सेना की बंदूकें आग बरसाती रहती थीं। 
 
कौन है पाकिस्तान की खूनी टुकड़ी बैट? 
  • बैट अर्थात बॉर्डर एक्शन टीम कह लीजिए या फिर बॉर्डर रेडर्स, एलओसी पर छापामार युद्ध में माहिर है।
  • ये पाकिस्तान सेना की स्पेशल सर्विस ग्रुप के साथ काम करती है।
  • पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इसे सूचनाएं मुहैया करवाती है।
  • बैट एलओसी या सीमा पर दुश्मन के इलाके में एक से तीन किमी अंदर जाकर हमले करती है।
  • चार हफ्ते हवाई युद्ध के साथ ही इनकी कुल ट्रेनिंग करीब 8 महीनों की होती है।
  • इस टीम का मकसद सीमा पार जाकर छोटे-छोटे हमलों को अंजाम देकर दुश्मन में दहशत फैलाना है। हमलों के दौरान बैट दुश्मन सिपाहियों का सिर काटकर अपने साथ ले जाती है।