पंजाब में जीत के बाद भगवंत मान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ 16 मार्च को ही ले ली। इसके बाद आज उनके 10 मंत्रियों ने भी शपथ ली। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने उन्हें शपथ दिलायी। मान कैबिनेट में पुराने चेहरों के बजाय नए नवेले विधायकों को मौका दिया गया है। इनमें से एक महिला मंत्री भी हैं। आइए जानते हैं मान के ये 10 मंत्री कितने पढ़े- लिखे हैं और किस किस प्रोफेशन से आते हैं।
मंत्री जिसने ली शपथ
चंडीगढ़ में राजभवन में मान कैबिनेट का शपथ ग्रहण आयोजित किया गया। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में वरिष्ठ नेता हरपाल सिंह चीमा प्रमुख हैं। इसके अलावा हरभजन सिंह इतो, लाल सिंह कटाराचक, विजय सिंघला, गुरमीत सिंह मीत हायर, कुलदीप सिंह धालीवाल, ब्रह्म शंकर, लालजीत सिंह भुल्लर और हरजोत सिंह बैन्स शामिल हैं। बैन्स मान कैबिनेट के सबसे युवा सदस्य हैं। कैबिनेट में एक मात्र महिला बलजीत कौर हैं।
हरपाल सिंह चीमा
2017 में पहली बार विधायक बने। एससी समाज से आते हैं। इनकी उम्र 47 साल है। पंजाब के सबसे बड़े मालवा क्षेत्र से आते हैं। संगरूस के दिड़बा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2018 में वह विपक्ष के नेता बने थे।
बलजीत कौर
बलजीत कौर मान कैबिनेट की अकेली महिला हैं। वह एससी समाज से आती हैं। वह आंखों की डॉक्टर हैं। बलजीत कौर भी मालवा क्षेत्र से आती हैं। इनकी उम्र 46 साल की है। मलोट विधानसभा सीट से वह पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंची हैं।
हरभजन सिंह ईटीओ
अमृतसर की जंडियाला सीट से हरभजन सिंह ईटीओ विधायक चुने गए हैं। वह पहले पीसीएस अफसर हुआ करते थे। नौकरी छोड़कर वह राजनीति में आ गए। 2017 में वह चुनाव हार गए थे। वह माझा क्षेत्र से आते हैं और 53 साल के हैं।
विजय सिंघला
विजय सिंघला मानसा से विधायक बने हैं। उन्होंने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को हराया है। वह पेशे से दांतों के डॉक्टर हैं। उन्होंने मूसेवाला को 63 हजार वोटों से हराया। वह मालवा क्षेत्र से आते हैं और 52 साल के हैं। वह पहली बार विधायक बने हैं।
गुरमीत सिंह मीत हेयर
गुरमीत सिंह मीत दूसरी बार विधायक बने हैं। वह केवल 32 साल के हैं। वह बरनाला सीट से जीतकर आए हैं। वह एक इंजिनियर हैं। वह पंजाब में आम आदमी पार्टी के यूथ विंग के अध्यक्ष हैं। 2011 में वह अन्ना आंदोलन से जुड़े थे।
कुलदीप सिंह धालीवाल
कुलदीप सिंह धालीवाल लंबे समय से आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े हैं। वह अजनाला से चुनाव जीतकर आए हैं। वह 10वीं पास हैं। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी को हराया था। वह 60 साल के हैं और माझा क्षेत्र से आते हैं।
लालजीत सिंह भुल्लर
लालजीत सिंह तरनतारन के पट्टी से विधायक बने हैं। वह 12वीं पास हैं। उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के दामाद को हराया है। वह पहली बार विधायक चुने गए हैं। भुल्लर 40 साल के हैं। वह माझा क्षेत्र से आते हैं।
लालचंद कटारुचक
कटारुचक भोआ सीट से विधायक बने हैं। उन्होंने कांग्रेस के जोगिंदर पाल को हराया है। वह केवल 10वीं पास हैं। वह माझा क्षेत्र से आते हैं। कहा जाता है कि ग्रामीण इलाकों पर इनकी अच्छी पकड़ है। वह 51 साल के हैं।
हरजोत बैन्स
हरजोत बैन्स मान कैबिनेट के सबसे युवा मंत्री हैं। वह 31 साल के हैं। रूपमनगर जिले के आनंदपुर साहिब सीटकर जीतकर आए हैं। वह पिछली बार आम आदमी पार्टी के ही टिकट पर चुनाव हार गए थे। वह एक वकील हैं।
2017 में पहली बार विधायक बने। एससी समाज से आते हैं। इनकी उम्र 47 साल है। पंजाब के सबसे बड़े मालवा क्षेत्र से आते हैं। संगरूस के दिड़बा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2018 में वह विपक्ष के नेता बने थे।