विमान यात्रियों की जेब होगी ढीली, 'अतिरिक्त शुल्क' से महंगा होगा विमान का सफर
नई दिल्ली। हवाई अड्डों पर व्यस्त समय के दौरान एयरलाइन कंपनियों को स्लॉट के इस्तेमाल के लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
यदि इस प्रस्ताव को मान लिया जाता है तो विमान यात्रियों को अपनी जेब अधिक ढीली करनी पड़ेगी, क्योंकि विमानन कंपनियां इस अतिरिक्त शुल्क का बोझ उन पर डाल सकती हैं।
बढ़ते हवाई यातायात तथा घरेलू एयरलाइंस द्वारा अपने बेड़े के विस्तार की वजह से स्लॉट आज एक प्रमुख मुद्दा है। खासकर राष्ट्रीय राजधानी और मुंबई के अड्डों पर व्यस्त समय में स्लॉट को लेकर काफी समस्या आती है।
अब एएआई एयरलाइंस पर व्यस्त घंटों के दौरान स्लॉट के इस्तेमाल के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।
एएआई के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा ने कहा कि यह प्रस्ताव अभी उसके स्तर पर ही है और यह अभी सरकार का निर्णय नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यस्त घंटों में अतिरिक्त शुल्क की व्यवहार्यता तथा तौर तरीकों पर विचार किया जा रहा है।
महापात्रा ने कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है। वैश्विक स्तर पर स्लॉट शुल्कों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दुनिया के विभिन्न हवाई अड्डों पर स्लॉट शुल्क अलग समय पर भिन्न-भिन्न होते हैं। यह कोई नई चीज नहीं है, लेकिन हमारे पास इसको लेकर कोई नीति नहीं है।
फिलहाल एयरलाइंस को एक निश्चित हवाई अड्डा शुल्क अदा करना होता है। अलग-अलग शुल्क नहीं होता। हवाई अड्डा आर्थिक नियामक प्राधिकरण (एईआरए) हवाई अड्डों पर दी जाने वाली सेवाओं के लिए दरें और शुल्क तय करता है। एएआई 120 से अधिक हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है। (भाषा)