ताशकंद में लालबहादुर शास्त्री के साथ मौजूद थे नेताजी!
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के ताशकंद दौरे के समय की एक तस्वीर जारी कर ब्रिटिश विशेषज्ञों ने दावा किया कि इसमें शास्त्रीजी के साथ नेताजी भी मौजूद हैं। हालांकि, तस्वीर की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक नेताजी के विषय से जुड़े शोधकर्ताओं ने ब्रिटिश विशेषज्ञों द्वारा चेहरा पहचानने और इसका अनुमान लगाने वाली फेस मैपिंग का इस्तेमाल कर इस तस्वीर को सबूत के तौर पर पेश किया है।
शोधकर्ताओं ने पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि वह अपने आगामी रूस दौरे के समय राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नेताजी से जुड़े तथ्य उजागर करने के लिए दबाव बनाएं।
ताशकंद में शास्त्री के साथ दिखने वाले रहस्यमय व्यक्ति के फेस मैपिग से पुख्ता होता है कि बोस और यह व्यक्ति एक ही है। 1966 में इस दौरे के दौरान ही भारत और पाकिस्तान के बीच ताशकंद समझौता हुआ था।
शास्त्री के परिवारवालों ने भी दावा किया था कि ताशकंद दौरे के दौरान शायद उनकी बात नेताजी से हुई हो। फेस मैपिंग का नतीजा भी इस बात को पुख्ता करता है। शास्त्री के पोते संजयनाथ सिंह बताते हैं कि मृत घोषित किए जाने से एक घंटे पहले ही उन्होंने किसी से बात की थी। उन्होंने कहा था कि भारत जाकर वे ऐसी चीज का खुलासा करेंगे जिससे विपक्षी दल सब भूल जाएंगे।
अगर यह तस्वीर सच में नेताजी की ही है तो इससे दो बातें साबित होती हैं, एक तो 1945 में नेताजी की मौत नहीं हुई थी और दूसरी स्टालिन के मरवाने की बात भी गलत साबित होती है।