डेरे की 18 शाही बच्चियां बालग्राम राई पहुंची
सोनीपत। डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में रह रहीं 18 बच्चियों को सिरसा प्रशासन ने मंगलवार को डेरे से निकाल लिया। इनकी उम्र दो साल से लेकर 15 साल के बीच है। मेडिकल जांच कराने के बाद इन सभी को सिरसा की महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी ने रोडवेज बस से कल देर रात सोनीपत के राई स्थित बालग्राम पहुंचा दिया गया है।
बस के साथ हरियाणा पुलिस के जवान, शाही बच्चियों की सुरक्षा के लिए साथ थे। कल रात लगभग 10 बजे के आसपास सिरसा डिपो की बस बालग्राम पहुंची, जहाँ मीडियाकर्मी पहले से ही बस के इन्तजार में खड़े थे लेकिन प्रशासन ने मीडिया को बच्चियों की कवरेज नहीं करनी दी क्योंकि उनका कहना था कि यह सभी बच्चियां बेहद घबराई हुई हैं। ये सभी नाबालिग बच्चियां डेरे की शाही बेटियों में शामिल थीं।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को रेप के दो मामलो में 20 वर्ष की सजा होने के बाद डेरा से आर्मी और हरियाणा पुलिस ने इन शाही बच्चियों को मुक्त करवाया है। डेरे से मुक्त करवाई गई लड़कियों को सोनीपत के बालग्राम राई में कल देर रात भेजा गया है, जहाँ इन बच्चियों की देखरेख अब सोनीपत प्रशासन व बालग्राम राई के अधिकारी करेंगे।
बालग्राम राई की संचालिका अनीता शर्मा का कहना है कि सभी बच्चियां सुरक्षित यहाँ पहुँच गई हैं और उनके रहने खानेपीने की सभी व्यवस्था उनकी कर दी गई है। उन्होंने बताया की बच्चियों की उम्र 2 साल से लेकर 15 वर्ष तक की है।
गौरतलब है कि डेरे की शाही बेटियों की संख्या 32 है, इनमें से 14 बालिग हैं इसलिए प्रशासन ने उनकी मर्जी के मुताबिक उन्हें डेरे में रहने दिया। डेरे में इन्हें हर तरह की सुख-सुविधा दी जाती थी। इनके लिए विशेष सेविकाओं की ड्यूटी लगाई गई थी। यदि किसी सेविका से कोई गलती हो जाती थी तो गुरमीत उसे तुरंत बदल देता था।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ फैसला सुनाए जाने के बाद प्रदेश में हुए उपद्रव के दौरान जान गंवाने वालों की संख्या 39 हो गई है। हिंसा में पंचकूला में 33 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर पंचकूला के बाहर के हैं। सिरसा में छह लोगों की मौत हुई। (भाषा)