रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा, गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश
पणजी। देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद गोवा के मुख्यमंत्री बनने की हरी झंडी मिलने के बाद पर्रिकर ने छोटी-छोटी पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए उन्होंने राज्यपाल को 21 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है।
गोवा में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। रविवार को जब पांच राज्यों के चुनाव परिणामों का ऐलान हुआ, तब गोवा विधानसभा चुनाव में 40 सीटों में से केवल 13 सीटें ही जीत पाई। कांग्रेस को 17 और अन्य को 10 सीटें मिली। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) 3, गोवा फारवर्ड को 3, निर्दलीय को 3 और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को गोवा विधानसभा चुनाव में 1 सीट मिली है।
यह भी पता चला है कि गोवा में छोटी पार्टियों की शर्त है कि यदि मनोहर पर्रिकर दोबारा गोवा के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे सरकार बनाने में अपना समर्थन देंगे। लगता है कि छोटी पार्टियों 8 विधायकों ने पर्रिकर को अपना समर्थन दे दिया है। यही कारण है कि देर शाम उन्होंने राज्यपाल के सामने 21 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
इसका सीधा-सीधा यह मतलब निकला कि गोवा में भाजपा छोटी-छोटी पार्टियों के समर्थन से सत्ता पर काबिज होने जा रही है। यानी पर्रिकर दोबारा गोवा के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन होने जा रहे हैं। वैसे भी पर्रिकर की छवि बहुत साफ रही है और इसी के बूते पर 8 विधायक उन्हें अपना समर्थन देने का मन बना चुके हैं।
मनोहर पर्रिकर को विधायक दल का नेता चुना गया : इससे पहले गोवा के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में मनोहर पर्रिकर का सर्वसम्मति से समर्थन किया है तथा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने भी कहा कि वह पर्रिकर की अगुवाई वाली सरकार का समर्थन करेगी।
राज्य में सरकार गठन की संभावनाएं खंगालने के लिए नवनिर्वाचित विधायकों ने रविवार को एक बैठक की तथा एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से पर्रिकर को विधायक दल का नेता नामित करने की अपील की थी।
भाजपा विधायक माइक लोबो ने यहां पार्टी मुख्यालय के बाहर कहा था कि मिलिंद नाइक को छोड़कर सभी भाजपा विधायक रविवार को इस बैठक में मौजूद थे। नाइक के भाई का शनिवार को निधन हो गया था। लोबो ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मनोहर पर्रिकर को गोवा में पार्टी विधायक दल का नेता चुने जाने की इजाजत देने का अनुरोध करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया।
उन्होंने कहा कि हम इस प्रस्ताव की प्रति पार्टी अध्यक्ष को भेजने का फैसला पहले ही कर चुके हैं। एक पत्र लिखकर आग्रह किया जाएगा कि पर्रिकर को विधायक दल का नेता चुने जाने की इजाजत दी जाए। लोबो के साथ प्रमोद सावंत, ग्लेन्न टिकलो और नीलेश काब्राल जैसे भाजपा विधायक थे।
दूसरी ओर गोवा फॉर्वर्ड पार्टी ने कहा कि उसकी भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ औपचारिक बातचीत चल रही है। गोवा में नई सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का दम रखने वाली गोवा फॉर्वर्ड पार्टी (जीएफपी) ने रविवार को कहा कि वह अगले कदम पर कोई निर्णय लेने से पहले भाजपा या कांग्रेस की ओर से किसी औपचारिक प्रस्ताव का इंतजार कर रही है। (वेबदुनिया/भाषा)