गले में तख्तियां लटकाकर लोकसभा में पहुंचे दानिश अली, कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
Danish Ali: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली (Danish Ali) मानसून सत्र में भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) की 'आपत्तिजनक' टिप्पणी के मामले में कार्रवाई की मांग करते हुए सोमवार को गले में तख्तियां लटकाकर लोकसभा (Lok Sabha) में पहुंचे जिस पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन आसन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के आने से पहले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत से उत्साहित पार्टी के सदस्यों ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू करते ही 6 पूर्व सदस्यों के निधन के बारे में सदन को सूचित किया। इसके बाद सदस्यों ने कुछ देर मौन रखकर दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि दी। बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, उसी समय दानिश अली अपने स्थान पर खड़े हो गए और बिधूड़ी की टिप्पणी से जुड़ा विषय उठाने का प्रयास करने लगे। बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ मानसून सत्र के आखिरी दिन 21 सितंबर को यह टिप्पणी की थी।
अली यह कहते सुने गए कि 'पिछले सत्र में सदन को शर्मसार किया गया है। उन्होंने गले में दो तख्तियां लटका रखी थीं जिन पर 'सांसद का अपमान, संसद का अपमान है' तथा 'पनिश बिधूड़ी, सेव डेमोक्रेसी' (बिधूड़ी को दंडित करिए, लोकतंत्र बचाइए) लिखा हुआ था।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अली के तख्तियां लटकाकर सदन में पहुंचने को लेकर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, 'दानिश अली जी तख्तियां लटकाकर आए हैं जो गलत है। उन्हें ए हटाना चाहिए। इस पर बिरला ने अली से कहा कि वह सदन से बाहर चले जाएं क्योंकि सदन में प्लेकार्ड नहीं चलेंगे
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं सभी सदस्यों से आग्रह करता हूं कि संसद के इस भवन के अंदर प्लेकार्ड लेकर आना नियमों के खिलाफ है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप सदन से बाहर चले जाएं। सदन से अपेक्षा करता हूं कि हम नए सत्र में नए अनुभव से शुरुआत करें। उन्होंने कहा कि सदन में प्लेकार्ड नहीं चलेगा। सदन में नोकझोंक और हंगामा जारी रहने पर बिरला ने पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 10 मिनट पर कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta