तीसरे मोर्चे की आहट, भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं चंद्रबाबू नायडू
नई दिल्ली। आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने से नाराज होकर एनडीए से अलग हुए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को राकांपा नेता शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला से मुलाकात की।
चंद्रबाबू ने इन नेताओं के साथ बैठक के बाद कहा कि इन मुलाकातों का मकसद सिर्फ देश को बचाना है। 2019 के लोकसभा चुनाव से इन नेताओं की मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कभी भाजपा सरकार में सहयोगी की भूमिका में रहे नायडू अब पूरी ताकत से भाजपा नीत एनडीए को सत्ता से उखाड़ने के लिए जुट गए हैं।
बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि चंद्रबाबू ने सुझाव दिया कि हम सभी को मिलकर देश और लोकतंत्र को बचाने पर चर्चा करनी चाहिए। आज की इस मुलाकात का उद्देश्य भी यही था। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन देश और लोकतंत्र को बचाना होगा। नायडू इसी कड़ी में अन्य नेताओं से भी मिलने वाले हैं।
तेदेपा सूत्रों ने बताया कि नायडू यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘संयोग से’ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद से भी मिले और उन्होंने उनके साथ गैर भाजपा दलों को साथ लाने की जरूरत के बारे में संक्षिप्त चर्चा की।
पिछले हफ्ते ही नायडू ने कहा था कि ‘राजनीतिक बाध्यता’ गैर भाजपा दलों को भाजपा से मुकाबला करने के लिए तीसरा मोर्चा बनाने के लिए साथ आने को बाध्य करेगी। हफ्ते भर के अंदर ही नायडू की यह दिल्ली की दूसरी यात्रा है।