मंगलवार, 22 जुलाई 2025
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Last Modified: तिरुवनंतपुरम , मंगलवार, 22 जुलाई 2025 (14:53 IST)

ब्रिटेन के स्टील्थ फाइटर जेट F-35B ने एक महीने बाद केरल से भरी उड़ान

British F-35 stealth jet
British fighter jet F-35B took off from Kerala: केरल में एक महीने पहले तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात स्थिति में उतारा गया ब्रिटेन का लड़ाकू विमान 'एफ-35 बी' मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद मंगलवार को स्वदेश लौट गया। हवाई अड्‍डा सूत्रों ने बताया कि यह विमान पूर्वाह्न 10 बजकर 50 मिनट पर ऑस्ट्रेलिया के डार्विन के लिए रवाना हुआ।
 
ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा कि 14 जून को आपात स्थिति में उतारा गया ब्रिटेन का लड़ाकू विमान 'एफ-35 बी' आज तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हो गया। 6 जुलाई से तैनात ब्रिटेन की एक इंजीनियरिंग टीम ने मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी की, जिससे यह विमान फिर से सक्रिय सेवा में लौट सका।
 
भारत का आभार : एक बयान में प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन मरम्मत प्रक्रिया के दौरान भारतीय अधिकारियों और हवाई अड्डे की टीम के समर्थन एवं सहयोग के लिए बहुत आभारी है। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि ब्रिटेन भारतीय अधिकारियों और हवाई अड्डे की टीम के सहयोग और समर्थन के लिए बहुत आभारी है, जिन्होंने विमान की मरम्मत और उसके ठीक होने में पूरा साथ दिया।
 
बयान में प्रवक्ता ने कहा कि हम भारत के साथ अपनी रक्षा साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए तत्पर हैं। सोमवार को जेट को 'हैंगर' से बाहर लाकर हवाई अड्डे के 'बे' में रखा गया। हैंगर का मतलब एक तरह का ढांचा होता है, जहां विमान रखे जाते हैं और हवाई अड्डे का 'बे' एक ऐसा क्षेत्र है, जहां विमानों को खड़ा किया जाता है और यात्री विमान में चढ़ते या उतरते हैं।
 
ब्रिटेन का सबसे आधुनिक‍ विमान : ब्रिटेन की नौसेना का 'एफ-35बी लाइटनिंग लड़ाकू' विमान उनके सबसे आधुनिक विमानों के बेड़े में शामिल है। दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू विमानों में से एक माने जाने वाले इस विमान की कीमत 11 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक है। तकनीकी खराबी आने के बाद 14 जून से यह विमान यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खड़ा था।
 
यह विमान 14 जून को 'एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स' से उड़ान भरने के बाद प्रतिकूल मौसम के कारण विमानवाहक पोत पर वापस नहीं लौट सका। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इसे तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया, जहां इसे सुरक्षित रूप से उतार लिया गया।
 
इसके बाद, जमीन पर रहते हुए विमान में तकनीकी संबंधी समस्या उत्पन्न हो गई, जिसकी वजह से उसके लौटने में देरी हुई। 'एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स' के अभियंताओं ने विमान का निरीक्षण किया और यह तय किया कि इसके लिए ब्रिटेन की इंजीनियरिंग टीम की सहायता की आवश्यकता है। ब्रिटेन ने विमान को रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) सुविधा में ले जाने के लिए भारत के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हवाई अड्डे के सामान्य संचालन में न्यूनतम व्यवधान हो, यह निर्णय लिया गया कि विमान को तभी स्थानांतरित किया जाएगा जब ब्रिटेन की इंजीनियरिंग टीम विशेष उपकरणों के साथ यहां पहुंच जाएगी।
 
क्या है स्टील्थ तकनीक का रहस्य? : F-35 को दुनिया के सबसे उन्नत स्टील्थ फाइटर जेट्स में से एक माना जाता है, जिसे रडार से बचने की क्षमता के लिए डिजाइन किया गया है। लेकिन भारतीय वायुसेना के दावे ने इसकी स्टील्थ तकनीक पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वायुसेना ने कहा कि उसने जेट को अपने रडार सिस्टम के माध्यम से 'पकड़ा' और उसकी गतिविधियों पर नजर रखी। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना F-35 की स्टील्थ क्षमताओं की जांच का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala