भाजपा के सीपी ठाकुर की मांग, हिन्दू विवाह विच्छेद पर भी बने कानून
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सीपी ठाकुर ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि विवाह विच्छेद में हिन्दू महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण किया जाना चाहिए और विवाह विच्छेद की प्रक्रिया को सरल किया जाना चाहिए।
ठाकुर ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि हिन्दू महिलाओं के विवाह विच्छेद की प्रक्रिया 20 साल तक चल जाती है। इतने लंबे समय में पुनर्विवाह की स्थिति खत्म हो जाती है और व्यक्ति का जीवन तबाह हो जाता है। इस संबंध में भी सरकार को कानून लाना चाहिए।
कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने कहा कि सरकार को सेना के विकलांग जवानों की पेंशन और आय पर आयकर नहीं लेना चाहिए। नीति के अनुसार विक्लांग हो चुके जवानों को रैंक मिलना बंद हो जाता है। इससे उनकी आमदनी के रास्ते सीमित हो जाते हैं। सरकार को उनकी पेंशन पर आयकर नहीं वसूलने पर विचार करना चाहिए।
कांग्रेस के शमशेर सिंह ढिल्लो ने कहा कि सरकार को अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए दी जानी वाली छात्रवृत्ति का तरीका बदलना नहीं चाहिए, क्योंकि इस छात्रवृत्ति में 90 प्रतिशत हिस्सा केंद्र और 10 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार देती है।
नई व्यवस्था के अनुसार 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र और 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार को देना होगा। उन्होंने कहा कि इन वर्गों के बच्चों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति जरूरी है। राज्य सरकार अपना हिस्सा नहीं देती है इसलिए केंद्र सरकार को अपना हिस्सा नहीं घटाना चाहिए।