Manipur violence : BJP के कुकी MLA का दर्द, बच सकती थीं कई जानें, कहा- मणिपुर हिंसा को लेकर गंभीर नहीं हैं PM मोदी
BJP MLA Paolienlal Haokips
विपक्ष ने भी सरकार पर उठाए सवाल
गंभीर नहीं हैं मणिपुर के सीएम
कांग्रेस कर रही है संसद में बयान की मांग
Manipur violence : मणिपुर पिछले कई दिनों से हिंसा की आग में झुलस रहा है। हिंसा के बीच वायरल हुए महिलाओं के परेड वीडियो ने राज्य सरकार की गंभीरता को भी देश-दुनिया के सामने उजागर कर दिया। इस बीच भाजपा के एक विधायक ने मणिपुर हिंसा को लेकर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। BJP विधायक पाओलीनलाल हाओकिप ने कहा कि हिंसा में राज्य सरकार भी शामिल है। उन्होंने हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाए हैं। पाओलीनलाल हाओकिप चुराचांदपुर की सैकोट सीट से विधायक हैं। वे कुकी समुदाय से आते हैं। उन्होंने न्यूज लॉन्ड्री को दिए एक इंटरव्यू में कई खुलासे किए हैं।
क्यों नहीं काबू हो पा रहे हैं हालात : BJP विधायक पाओलीनलाल हाओकिप ने कहा कि सरकार की मिलीभगत के कारण हिंसा पर ढाई महीने बाद भी काबू नहीं पाया जा सका। उन्होंने एक आर्टिकल में यह बात कही है। पाओलीनलाल उन 10 विधायकों में शामिल हैं जिन्होंने मई में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को पत्र लिखकर राज्य में कुकी-बहुल जिलों के लिए एक अलग प्रशासन की मांग की थी।
पीएम ने नहीं दिया मिलने का समय : विधायक पाओलीनलाल हाओकिप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लंबे समय तक चुप रहने पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 79 दिनों को भूल जाइए, इतनी बड़ी हिंसा के लिए एक सप्ताह (बोलने के लिए) भी लंबा समय है। उन्होंने कहा कि चुप रहने का मतलब अनसुना करना है।
उन्होंने एक न्यूज बेवसाइट को कहा कि प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। आज भी इसका इंतजार कर रहा हूं ताकि उन्हें स्थिति की गंभीरता बता सकूं।
क्रूरता के वीडियो का इंतजार क्यों? : हाओकिप ने कहा कि कुकी लोगों को लगता है कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकताएं ही गलत हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे की अहमियत दौरे को कम नहीं आंक रहे हैं, लेकिन जब आपके लोग मारे जा रहे हैं, तो थोड़ा आपको समय और ध्यान उस पर देना चाहिए। हाओकिप ने कहा कि क्या जब तक मानवीय क्रूरता की इन घटनाओं के वीडियो नहीं आएंगे तो क्या सरकार कार्रवाई नहीं करेगी।
मिजोरम पर मंडराया खतरा : मणिपुर से महिलाओं का वीडियो सामने आने के बाद से पड़ोसी राज्य मिजोरम में भी खतरा मंडरा रहा है। अब तक मैतेई समुदाय के 568 लोग मिजोरम छोड़कर मणिपुर आ गए हैं। हालांकि राज्य और केंद्र सरकार लगातार दावा कर रही हैं कि मणिपुर में हालात काबू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। Edited By : Sudhir Sharma