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Last Updated : गुरुवार, 2 अगस्त 2018 (14:34 IST)

बिहार बंद : सड़क पर उतरे विपक्षी दल, ट्रेनें रोकीं, सड़कों पर प्रदर्शन

बिहार बंद : सड़क पर उतरे विपक्षी दल, ट्रेनें रोकीं, सड़कों पर प्रदर्शन - Bihar Bandh Muzaffarpur
पटना। मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में बच्चियों के यौन शोषण के विरोध में विपक्षी दलों की ओर से गुरुवार को आहूत बंद को सफल बनाने के लिए वामदलों के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर आए और यातायात रोका।


बालिका गृह में 29 बच्चियों के यौन शोषण मामले की जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से कराने, इस मामले में कथित रूप से लिप्त समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति की गिरफ्तारी, वर्मा तथा मंत्री सुरेश शर्मा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर कई विपक्षी दलों ने आज बंद का आह्वान किया है। विपक्ष के अन्य दलों का इसे समर्थन प्राप्त है।

पुलिस ने बताया कि वामदलों के कार्यकर्ता आज सुबह से ही सड़कों पर उतर आए। उन्होंने राजधानी पटना सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में ट्रेन और सड़क यातायात बाधित किया। बंद समर्थकों ने दरभंगा जिले में जानकी एक्सप्रेस ट्रेन एवं संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, जहांनाबाद में पटना—गया पैसेंजर ट्रेन, शेखपुरा में हावड़ा—गया एक्सप्रेस ट्रेन और मुजफ्फरपुर में एक अन्य ट्रेन रोकी।

ये लोग पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, भोजपुर, अरवल, वैशाली, नालंदा और नवादा जिलों में सड़क यातायात बाधित कर रहे हैं और जुलूस निकालकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन लोगों ने मुजफ्फरपुर में बालिका गृह के संचालक और मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के घर के सामने भी प्रदर्शन किया, जिसके बाद एहतियात के तौर पर वहां पुलिस तैनात की गई है।

इस मामले को लेकर भाकपा-माले, भाकपा, माकपा, एसयूसीआई कम्युनिस्ट पार्टी, आरएसपी और फॉरवर्ड ब्लॉक ने आज बंद रखने की अपील की है। इसे राजद सहित अन्य विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है। बंद को विपक्ष के अलावा आइसा-इनौस, एआइएसएफ-एआईवाईएफ, एसएफआई-डीवाईएफआई, एआईडीएसओ-एआईडीवाईओ, आशाकर्मी, आंगनबाड़ी, टेंपो यूनियन के नेता, सांस्कृतिक संगठन कोरस आदि संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है।

वामदलों की मांग है कि पटना उच्च न्यायालय की निगरानी में मुजफ्फरपुर सहित राज्य के सभी अल्पावासों, रिमांड होमों की जांच कराई जाए, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और भाजपा कोटे से मंत्री सुरेश शर्मा को बर्खास्त किया जाए तथा चंद्रशेखर वर्मा को अविलंब गिरफ्तार किया जाए। (भाषा)