असंगठित क्षेत्र को कर्ज देने पर ध्यान दें बैंक : जेटली
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार नाबार्ड और बैंकों सहित वित्तीय संस्थानों से ऐसे लोगों को ऋण देने को कहा जो कि अभी तक इससे वंचित रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे असंगठित क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
जेटली ने यहां राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'यह तथ्य है कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या संगठित क्षेत्र से कहीं अधिक है। लेकिन उन्हें ऋण पाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।'
उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि बैंकों और वित्तीय संस्थानों के संसाधनों को विभिन्न योजनाओं के जरिये असंगठित क्षेत्र को स्थानांतरित किया जाता है तो इससे रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे।
स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के फायदे गिनाते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि वे काफी तेजी से आगे आए हैं और उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर एसएचजी महिलाओं की अगुवाई वाले हैं, इससे ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को वित्तीय सुरक्षा मिली है।
उन्होंने स्वयं सहायता अभियान 25 साल पहले कुछ इकाइयों के साथ शुरू हुआ था। आज इन इकाइयों की संख्या 85 लाख को पार कर गई है। (भाषा)