आपको बता दें कि 28 साल पुराने इस मामले में 30 सितंबर को सीबीआई अदालत अपना फैसला सुनाएगी। 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद फैजाबाद में दर्ज एफआई में आडवाणी, जोशी समेत 48 लोगों के खिलाफ साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया था। 48 में से 16 आरोपियों की मौत हो चुकी है।

अंसारी ने कहा कि 28 साल पुराने इस मामले में ज्यादातर आरोपी बूढ़े हो चुके हैं, जबकि इनमें से 16 लोगों की मौत भी चुकी है। मैं चाहता हूं कि इस पूरे मामले को खत्म कर दिया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आडवाणी, जोशी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याणसिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, साक्षी महाराज, साध्वी रितंभरा, विहिप नेता चंपत राय, आचार्य धर्मेन्द्र आदि भी शामिल हैं।