Ayodhya Ram Mandir Pran Pratishtha Ceremony : अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के बीच, भगवान राम के चित्र वाली चूड़ियों से लेकर 56 प्रकार के 'पेठा' तक और लोहा-तांबा से बने 500 किलोग्राम (किग्रा) वजन के नगाड़ा सहित देशभर से उपहारों की वहां बाढ़ सी आ गई है।
अयोध्या में 22 जनवरी के समारोह के लिए उपहारों की सूची में कन्नौज से विशेष इत्र, अमरावती से कुमकुम के 500 किग्रा पत्ते, दिल्ली में एक राम मंदिर में एकत्रित अनाज, भोपाल से फूल और मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से कागज पर 4.31 करोड़ बार भगवान राम लिखे कागज भी शामिल हैं।
राम मंदिर प्रबंधन समिति को 108 फुट लंबी अगरबत्ती, 2100 किग्रा का घंटा, 1,100 किग्रा का एक विशाल लैंप, 10 फुट ऊंचा एक ताला और चाभी तथा आठ देशों के समय को एक साथ दर्शाने वाली एक घड़ी सहित अन्य वस्तुएं भी प्राप्त हुई हैं।
जनकपुर से पहुंचे 3000 से अधिक उपहार : नेपाल के जनकपुर से 3000 से अधिक उपहार भी पहुंच चुके हैं। इनमें चांदी के जूते, आभूषण और कपड़े शामिल हैं जो जनकपुर धाम रामजानकी मंदिर से करीब 30 वाहनों के काफिले में लाए गए। श्रीलंका का एक प्रतिनिधिमंडल रामायण में वर्णित अशोक वाटिका से एक विशेष उपहार लाया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की एक नर्सरी ने 10,000 बोगेनविलिया फूलों की दो खेप अयोध्या भेजी है, जिनका उपयोग मंदिर परिसर को सजाने के लिए किया जाएगा। शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अयोध्या में समारोह के लिए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में तैयार किए गए पांच लाख लड्डू पांच ट्रकों से अयोध्या के लिए भेजे।
छिंदवाड़ा से पहुंचे 4.31 करोड़ बार 'राम' लिखे : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक लड्डू का वजन लगभग 50 ग्राम है और लड्डू की पूरी खेप 250 क्विंटल की है। इसके अलावा, 22 जनवरी को छिंदवाड़ा से 4.31 करोड़ बार 'राम' लिखे कागज भेजे जाएंगे। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान भी चढ़ावे के रूप में 200 किलोग्राम लड्डू भेजने जा रहा और तिरूपति स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर के आधिकारिक संरक्षक तिरुमला तिरूपति देवस्थानम एक लाख लड्डुओं की आपूर्ति करेगा।
नागपुर में रह वाले रसोइया विष्णु मनोहर ने घोषणा की है कि वह श्रद्धालुओं के लिए 7,000 किलोग्राम पारंपरिक मिठाई राम हलवा तैयार करेंगे। फिरोजाबाद से 10,000 से अधिक चूड़ियां श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास को सौंपी गई हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों श्रमिकों द्वारा महीनों की मेहनत से तैयार की गई चूड़ियों पर भगवान राम, देवी सीता और भगवान हनुमान के चित्र हैं।
कन्नौज के इत्र निर्माताओं द्वारा तैयार किया विशेष इत्र : अयोध्या मंदिर को मिले उपहारों में आगरा के प्रसिद्ध 'पेठा' के 56 प्रकार, एक रत्न जड़ित पोशाक और चांदी की थाली के अलावा रामलला के लिए कन्नौज के इत्र निर्माताओं द्वारा तैयार किए गए विशेष इत्र भी शामिल हैं।
गुजरात से 500 किग्रा वजन का एक 'नगाड़ा' भेजा गया है और केरल के प्रसिद्ध पद्मनाभस्वामी मंदिर ने एक 'ओनाविल्लू' भेंट करने जा रहा जो एक रस्मी धनुष है। वहीं अयोध्या स्थित अमावा राम मंदिर भी ढाई किग्रा वजन का एक धनुष उपहार में देने जा रहा है।
सूरत शहर में तैयार की गई विशेष साड़ी : पिछले महीने भेजे गए 300 टन चावल के अलावा हाल ही में छत्तीसगढ़ से सब्जी लदे दो ट्रक भेजे गए थे। दिल्ली के एक राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' के उपलक्ष्य में चावल, गेहूं और अन्य प्रकार के अनाज को अयोध्या भेजे जाने के लिए एकत्र किया जा रहा है। गुजरात के सूरत शहर में तैयार की गई एक विशेष साड़ी मंदिर प्राधिकारियों को भेजी जाएगी। भगवान राम और अयोध्या मंदिर की तस्वीरों वाली साड़ी सीता माता के लिए है।
शहर के एक हीरा व्यापारी ने 5,000 अमेरिकी हीरे और दो किलोग्राम चांदी का उपयोग करके राम मंदिर की थीम पर एक हार बनाया है। इसे राम मंदिर को उपहार में दिया गया है। अपने 'कार सेवक' पिता के सपने को पूरा करने के लिए हैदराबाद के चल्ला श्रीनिवास शास्त्री (64) भगवान राम को सोने की परत वाले जूते अर्पित करने लगभग 8,000 किमी की दूरी तय करके पैदल ही अयोध्या पहुंचे हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour