अगस्ता हेलीकॉप्टर मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख तलब
नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर इटली की अदालत में हुए नए खुलासे के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एसपी त्यागी को पूछताछ के लिए बुलाया है। यह पहला मौका है जब भारतीय वायु सेना अध्यक्ष को केंद्रीय एजेंसी ने तलब किया है।
इसके अलावा, सीबीआई भी एक बार फिर से पूर्व वायुसेना प्रमुख से पूछताछ करेगी। त्यागी के अलावा सीबीआई शनिवार को पूर्व उप वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल जे एस गुलजार से भी पूछताछ करेगी, जो 2005 में 3600 करोड़ रुपए के इस सौदे को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के साथ हुए मीटिंग में शामिल थे। वहीं पूर्व एयरचीफ से सीबीआई सोमवार को पूछताछ करेगी।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि त्यागी को धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत सम्मन जारी किया गया है। त्यागी को इस संबंध में जांच अधिकारी के सामने कब पेश होना है, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है, लेकिन समझा जाता है कि उन्हें अगले हफ्ते आने के लिए कहा गया है।
ईडी के सूत्रों का दावा है कि उसने उन नेताओं, सरकारी अधिकारियों और वायुसेना के अधिकारियों की पहचान कर ली है, जिनको इस सौदे से कमीशन मिला है। पूर्व वायुसेना प्रमुख पर आरोप है इस सौदे के बदले के उनके रिश्तेदारों ने कमीशन ली।
सीबीआई ने इसी मामले में त्यागी से पहले पूछताछ की थी और उन्होंने उस समय किसी तरह के गलत काम से इनकार किया था। सूत्रों ने संकेत दिया कि हाल ही में मिलान (इटली) की एक अदालत द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों में दो व्यक्तियों को सजा सुनाए जाने के बाद त्यागी से पूछताछ जरूरी हो गई थी।
पूर्व वायु सेना प्रमुख पर आरोप है कि उन्होंने वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की ऊंचाई को कथित रूप से कम किया, ताकि अगस्ता वेस्टलैंड को भी बोली में शामिल किया जा सके। त्यागी ने 31 दिसंबर 2005 को भारतीय वायुसेना प्रमुख का कार्यभार संभाला था और वह 2007 में सेवानिवृत्त हुए।
हालांकि त्यागी के रिश्तेदार राजीव त्यागी ने गुरुवार को एक टीवी चैनल से कहा था कि इस सौदे से उन्हें एक पैसा भी नहीं मिला है। यही नहीं, सीबीआई और ईडी के पास उनके परिवार के दसियों साल के बैंक का रिकॉर्ड हैं और वह तीन साल से जांच कर रहे है फिर भी उन्हें कुछ नही मिला है। ऐसी ही बात पूर्व वायुसेना प्रमुख ने भी कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई वायुसेना पर ऐसे आरोप लगा रहा है वह भी किसी पुख्ता सबूत के बगैर। (भाषा)