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Last Updated : सोमवार, 20 मार्च 2023 (18:54 IST)

Amritpal Singh : मानव बम तैयार कर रहा था अमृतपाल सिंह, बना रहा था खुद की सेना, AAP ने थपथपाई खुद की पीठ, तलाश तीसरे दिन भी जारी

Amritpal Singh : मानव बम तैयार कर रहा था अमृतपाल सिंह, बना रहा था खुद की सेना, AAP ने थपथपाई खुद की पीठ, तलाश तीसरे दिन भी जारी - Amritpal Singh was raising own army, human bombs
चंडीगढ़। Amritpal Singh : खालिस्तान समर्थक कट्टर उपदेशक अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने जालंधर में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि सिंह अब भी फरार है। पंजाब सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी है। खालिस्तान समर्थक कट्टर उपदेशक सिंह की तलाश सोमवार को तीसरे दिन भी जारी है और राज्य की पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया है। इस बीच अमृतपाल सिंह के संगठन 'वारिस पंजाब दे' के 5 सदस्यों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है। इधर कानून-व्यवीस्था को लेकर आम आदमी पार्टी ने खुद की पीठ थपथपाई है।
 
मानव बम कर रहा था तैयार : अमृतपाल को लेकर सनसनीखेज खुलासे लगातार जारी हैं। खुफिया रिपोर्टों में सामने आया है कि अमृतपाल युवाओं का ब्रेन वॉश कर उन्हें मानव बम के लिए तैयार कर रहा था। अमृतपाल आत्मघाती हमले की तैयारी कर रहा था। वह युवाओं की सेना बना रहा था।
 
गिरफ्तारी को लेकर असमंजस : अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर असमंजस बना हुआ है। अमृतपाल के वकील ने कहा कि अमृतपाल पुलिस के कब्जे में है। उसका एनकाउंटर किया जा सकता है। इस पुलिस ने बयान दिया है कि अमृतपाल सिंह की लोकेशन ट्रेस हो गई है, उसे जल्द गिरफ्‍तार कर लिया जाएगा। 
 
जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक गुरुद्वारे के पास आत्मसमर्पण कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने कहा कि सिंह की तलाश अब भी जारी है।
 
इस बीच, पंजाब सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस (संदेश) सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी है।
गृह विभाग तथा न्याय विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेशानुसार ‘‘यह निर्देश दिया जाता है कि सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (2जी/3जी/45/5जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली वॉइस कॉल के अलावा सभी डोंगल सेवाएं पंजाब में 20 मार्च (दोपहर 12 बजे से) से 21 मार्च (दोपहर 12 बजे) तक सार्वजनिक सुरक्षा के हित में, किसी भी तरह की हिंसा को रोकने, शांति तथा सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए निलंबित कर दी जाएं।
 
राज्य के अधिकारियों ने शनिवार को रविवार दोपहर तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक लगा दी थी। इसके बाद इसे सोमवार दोपहर तक बढ़ाया गया था।
 
पुलिस ने अमृतपाल और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि जालंधर जिले में सिंह के काफिले को रोके जाने के बाद वह वहां से भाग निकला था।
 
पुलिस ने रविवार को राज्य में ‘फ्लैग मार्च’ किया और उसके 34 और समर्थकों को गिरफ्तार किया तथा लोगों को हिरासत में लेकर सुदूर असम की एक जेल में स्थानांतरित कर दिया।
 
अमृतपाल के नेतृत्व वाले 'वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों और राज्य में शांति व सद्भाव को भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ जारी मौजूदा अभियान के तहत राज्य की पुलिस अभी तक 112 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
 
अमृतपाल के खिलाफ यह कार्रवाई अमृतसर के नजदीक अजनाला थाने की घटना के कुछ हफ्तों बाद की जा रही है। अजनाला थाने को अमृतपाल समर्थकों ने घेर लिया था और पुलिस को यह आश्वासन देने को मजबूर किया था कि उनके एक साथी को रिहा कर दिया जाएगा।
 
राज्य में ‘हाईअलर्ट’ है। हालांकि पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और उसने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
 
पुलिस ने रविवार को बताया था कि उसने अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ जालंधर में पुलिस नाका तोड़ने और एक गांव में एक वाहन से हथियार बरामद होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
 
अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने भी जिले में सिंह के सात सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद शस्त्र अधिनियम के तहत शनिवार रात एक और प्राथमिकी दर्ज की थी।
 
पुलिस ने आगाह किया है अफवाह फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि वे विभिन्न देशों, राज्यों और शहरों से फर्जी खबरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों पर नजर रख रहे हैं।
 
आप सरकार ने थपथपाई खुद की पीठ : आप ने सोमवार को कहा कि पंजाब में कट्टरपंथी सिख उपदेशक एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई यह साबित करती है कि राज्य की कानून-व्यवस्था के प्रबंधन की क्षमता इस सरकार के पास मौजूद है।
 
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले तीन दिनों से अमृतपाल की तलाश के लिए अभियान जारी है और यह अब सरकार का अभियान है, न कि कोई राजनीतिक अभियान।
 
उन्होंने कहा कि जब आप पंजाब में सत्ता में आई, तो हमें बताया गया कि हम एक सीमावर्ती राज्य का प्रबंधन नहीं कर पाएंगे। अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक अभियान शुरू करके, हमारी पार्टी ने साबित कर दिया है कि हम कानून-व्यवस्था की स्थिति को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित सकते हैं। 
 
पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक के बारे में भारद्वाज ने कहा कि इस मामले में फर्जी खबरों को फैलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है।
 
पंजाब में अधिकारियों ने शनिवार को राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी थीं। पाबंदियां मंगलवार दोपहर तक लागू रहेंगी।
 
आप नेता ने कहा कि जब कोई सरकार ऐसे संवेदनशील मुद्दों से निपटती है, तो उन्हें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि लोग इसके बारे में फर्जी खबरें प्रसारित न करें। ऐसा राज्य में शांति बनाये रखने के लिए किया जाता है। लोगों से संवाद करने के लिए कॉलिंग सेवाएं उपलब्ध थीं।
 
पिछली सरकार ने दिया संरक्षण : आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि पंजाब की पिछली सरकारों ने अमृतपाल जैसे कट्टरपंथी सिख उपदेशकों को "संरक्षण" दिया।
 
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने पंजाब में शांति और सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वाले इन तत्वों को संरक्षण प्रदान किया। पंजाब में मान सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई से पता चलता है कि आप किसी भी कानून-व्यवस्था की स्थिति को बर्दाश्त नहीं करती या उससे कोई समझौता नहीं करती है।