अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहा छात्र बना आतंकी
नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर मुनान बशीर वानी के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की खबर है। खबरों के मुताबिक कश्मीर का रहने वाला वानी एप्लाइड जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था, उसने कुछ दिनों पहले यूनिवर्सिटी छोड़ दी थी। सोशल मीडिया में जारी फोटो में उसे अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर के साथ देखा जा सकता है। वानी का परिवार कुपवाड़ा का रहने वाला है और उसका भाई जूनियर इंजीनियर है।
खबरों की मानें तो मनान वानी पिछले पांच साल से एएमयू में पढ़ रहा था। वह एम फिल कर रहा था। वह अब जिओलॉजी में पीएचडी कर रहा था। वह यूनिवर्सिटी से घर नहीं आया। दो दिन पहले राइफल के साथ उसकी फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिजबुल जॉइन कर लिया।
वानी के भाई ने बताया कि हम लोगों ने भी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर उसकी तस्वीर देखी है, लेकिन हमें अभी इस बारे में कुछ भी मालूम नहीं है कि वह आतंकी संगठन में शामिल हुआ है या नहीं। हम 4 जनवरी से ही उससे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। उसका मोबाइल फोन लगातार बंद आ रहा है।
हमें लगता है कि उसने कुछ कारणों से फोन बंद कर दिया होगा या फिर फोन खो गया होगा। उससे संपर्क नहीं होने के कारण हम लोगों ने शनिवार (6 जनवरी) को पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिसर्च स्कॉलर वानी ने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में पीएचडी में दाखिला लिया था। पिछले साल गृह नगर उत्तर कश्मीर में आई बाढ़ के बाद जीआईएस तकनीक और रिमोट सेंसिंग को लेकर अपनी रिपोर्ट समिट की थी जिसके लिए उन्हें पुरस्कार भी मिला था।