आरिफ मोहम्मद खान होंगे केरल के राज्यपाल, 33 साल पहले बने थे मुस्लिम महिलाओं की आवाज
नई दिल्ली। सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसले के तहत रविवार को आरिफ मोहम्मद खान केरल में राज्यपाल नियुक्त किया है। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जन्मे आरिफ मोहम्मद खान मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों के पैरोकार रहे हैं।
उन्होंने 33 साल पहले 1986 में संसद में मुस्लिम महिलाओं के हक में पहली बार आवाज उठाई थी और शाह बानो को न्याय दिलाने के लिए उस वक्त केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
तीन तलाक बिल पास होने पर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा क़ानून बनाकर उस नुकसान की काफी हद तक क्षतिपूर्ति कर दी है, जो 1986 में हुआ था। जैसा मैंने कहा आदर्श स्थिति की तरफ तो हम तब बढ़ेंगे जब समान नागरिक संहिता बनाने में सफल होंगे, लेकिन तब तक कम से कम मौजूदा कानूनों में जिन कुरीतियों को संरक्षण मिला हुआ है उनको तो खत्म किया ही जाना ही चाहिए और तीन तलाक को निषिद्ध करने का कानून बनाने का साहस दिखाकर सरकार ने इस दिशा में एक सारगर्भित कदम उठाया है।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा अब राजस्थान के राज्यपाल होंगे। मिश्रा के स्थान पर बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल होंगे।