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Last Updated : शनिवार, 29 जून 2024 (01:16 IST)

दिल्ली में 88 साल का रिकॉर्ड टूटा, सांसद और मंत्रियों के आवासों में घुसा पानी

24 घंटे में बरसा 228.1 पानी, मौसम का पूर्वानुमान मॉडल विफल

दिल्ली में 88 साल का रिकॉर्ड टूटा, सांसद और मंत्रियों के आवासों में घुसा पानी - 88 years old record broken in Delhi, water entered the residences of MPs and ministers
Record rain in Delhi: मानसून की पहली बारिश में ही दिल्ली के विभिन्न पॉश इलाकों में पानी भर गया, जिनमें लुटियंस दिल्ली भी शामिल है, जहां कई मंत्रियों और सांसदों के आवास हैं। भारी बारिश के बाद जलभराव से सांसदों को संसद पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि पूर्वानुमान मॉडल शुक्रवार सुबह दिल्ली में मौसम की चरम घटना का अनुमान लगाने में ‘विफल’ रहा जब रिकॉर्ड 228.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
 
जलभराव के कारण सांसदों ने कई तरीके अपनाए जिनमें पतलून समेटना, जूते हाथ में लेकर चलना और अपने सहायकों द्वारा उठाकर कार तक ले जाना आदि शामिल हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह बिना नाव के संसद नहीं पहुंच पाएंगे।
 
क्या कहा शशि थरूर ने : अपने आवास के बाहर कमर तक पानी जमा होने की तस्वीरें साझा करते हुए थरूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि यह लुटियंस दिल्ली में मेरे घर के ठीक बाहर का हिस्सा है। सुबह उठने पर मैंने देखा कि मेरा पूरा घर एक फुट पानी में डूबा हुआ है - हर कमरा। कालीन और फर्नीचर, यहां तक ​​कि जमीन पर रखी हर चीज बर्बाद हो गई है।
 
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि नालियां जाम हो गई हैं, इसलिए पानी के बाहर निकलने के लिए कोई जगह नहीं है। और उन्होंने लोगों को करंट लगने के डर से सुबह 6 बजे ही बिजली बंद कर दी। मैंने अपने संसद सहयोगियों से कहा कि मैं नाव के बिना वहां नहीं पहुंच सकूंगा। लेकिन सड़कों से पानी निकाल लिया गया और मैं समय पर पहुंच गया।
थरूर ने दावा किया कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने स्थिति का जायजा लिया और इस मुद्दे से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि आश्चर्यचकित और प्रभावित हूं कि इस ट्वीट के कुछ ही मिनट बाद दिल्ली के उपराज्यपाल का फ़ोन आया! विनम्र वीके सक्सेना ने केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारियों के विभाजन से उत्पन्न बाधाओं को समझाया।
 
उन्होंने कहा कि वह समझते हैं कि मुख्य समस्या बंद नालियों को साफ करने में नाकामी है... उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी शक्ति के तहत सब कुछ करने का संकल्प लिया। एक कर्तव्यनिष्ठ सिविल सेवक को सलाम। चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह संसद जाते समय अपने जूते हाथ में लिए हुए हैं और अपने आवास के परिसर में जमा पानी से गुजरते हुए अपनी पतलून को ऊपर चढ़ा रखा है।
 
रामगोपाल 2 लोगों की मदद से कार तक पहुंचे : समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव के लोधी एस्टेट स्थित आवास के परिसर में भी बारिश का पानी जमा हो गया। दो लोगों की मदद से सांसद अपनी कार तक गए। भारी बारिश के बाद दिल्ली की जल मंत्री आतिशी का मथुरा रोड स्थित आवास भी जलमग्न हो गया। इस बीच नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने आरोप लगाया कि लुटियंस दिल्ली में जलभराव की समस्या पीडब्ल्यूडी पंपों की खराबी के कारण बढ़ गई। इसके लिए एनडीएमसी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा।
 
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, जो एनडीएमसी के अध्यक्ष भी हैं, ने स्थिति का जायजा लेने के लिए भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने कहा कि आज, अपेक्षा से अधिक भारी बारिश और उसके परिणामस्वरूप हुए जलभराव के कारण दिल्ली के निवासियों को हुई असुविधा के लिए मुझे खेद है।
 
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा प्रबंधित पंपों की खराबी के कारण मिंटो रोड पर जलभराव बढ़ गया। उन्होंने कहा कि लोधी कॉलोनी और गोल्फ लिंक में, पीडब्ल्यूडी द्वारा प्रबंधित पंप भी खराब हो गए जिससे काफी पानी जमा हो गया। उन्होंने दावा किया कि एनडीएमसी और दिल्ली नगर निगम की सीमाएं जहां मिलती हैं, वहां स्थिति और भी खराब है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 228 मिमी बारिश हुई।
 
दिल्ली में पूर्वानुमान मॉडल फेल : मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि पूर्वानुमान मॉडल शुक्रवार सुबह दिल्ली में मौसम की चरम घटना का अनुमान लगाने में ‘विफल’ रहा जब रिकॉर्ड 228.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह मात्रा जून के औसत 74.1 मिमी से तीन गुना अधिक है और 1936 के बाद से इस महीने के लिए सबसे अधिक बारिश है।
 
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि उत्तरी दिल्ली में आंधी-तूफान के कारण हो सकता है कि मूसलाधार बारिश हुई। 26 जून को, आईएमडी ने 28 जून को हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं के साथ गरज के साथ बारिश का अनुमान जताया था। आईएमडी के यूट्यूब पेज पर मौसम को लेकर साप्ताहिक जानकारी में वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने कहा कि यह प्रणाली उत्तर और मध्य भारत में नमी पहुंचा रही है। उन्होंने बताया कि सप्ताह के दौरान पूर्व-पश्चिम प्रवाह के मजबूत होने की संभावना है और उत्तर भारत में बारिश बढ़ेगी। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala