Former President Ram Nath Kovind attended the convocation ceremony in Meerut : मेरठ में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बेटियां आज बेटों को पछाड़कर तरक्की की राह पर बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहे कितने भी आगे बढ़ जाएं, लेकिन अपनी मातृभूमि से सदा जुड़े रहना चाहिए, क्योंकि हमारी जड़ें जन्मस्थली से जुड़ी हैं, आज उसके कारण ही हम हैं। मौका था शोभित विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह का, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी धर्मपत्नी सविता कोविंद ने शिरकत की है।
शोभित यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में 39 विभिन्न कैटेगरी के छात्र-छात्राओं ने स्वर्ण प्रदक प्राप्त किए, स्वर्ण पदक पाने वाली 24 छात्राएं, जबकि 15 छात्र थे। पीएचडी की उपाधि पाने वालों में 59 छात्राएं और 39 छात्र थे, इसी क्रम में स्नातक और स्नातकोत्तर में 393 छात्र और 245 छात्राओं ने डिग्री हासिल की है।
शोभित विश्वविद्यालय द्वारा सिंगापुर से आए जैक सिम 'वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गेनाइजेशन' के संस्थापक को सैनिटाइजेशन के क्षेत्र में और ऑस्ट्रेलिया से आए ब्रायन ओ डोनिल, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ सेंटर फॉर पेवमेंट एक्सीलेंस, एशिया पेसिफिक लिमिटेड को अपशिष्ट से ऊर्जा और सड़क स्थिरीकरण के क्षेत्र में किए गए कार्य पर 'डॉक्टर ऑफ साइंस' की मानद उपाधि मुख्य अतिथि रामनाथ कोविन्द द्वारा प्रदान की गई है।
मानद उपाधि पाने वाले जैक सिम, वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गेनाइजेशन, सिंगापुर के संस्थापक ने कहां कि अपने आप को खुश रखो। परिवार को खुश रखो। अपने बड़ों का सम्मान करो, विभिन्न प्रकार के शोध कर अपने आपको हमेशा चैलेंजिंग रखें तो उम्र आगे नहीं आएंगी। वहीं ब्रायन ओ डोनिल ने विश्वविद्यालय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हमेशा कुछ करते रहना चाहिए, डिस्कवर योर लाइफ, आपकी लाइफ का उद्देश्य क्या है ये जानने की कोशिश करो, तभी आगे बढ़ सकते हो और अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हो।
मुख्य अतिथि रामनाथ कोविंद ने मंच से भाषण देते हुए कहा कि आपके बीच आकर मैं खुद को गौरान्वित महसूस कर रहा हूं। विश्वविद्यालय से जो उपाधि आज आप लोगों ने प्राप्त की है, वह आपके आगे का भविष्य तय करेगी। आज हर्ष का विषय है कि 39 स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में से 24 बेटियों ने बाजी मारी है।
बेटियों का आगे बढ़ना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, बेटियां आगे बढ़ेंगी तो देश भी आगे जाएगा। आज बेटों से एक कदम आगे हैं हमारी बेटियां, एयरफोर्स हो, आर्मी हो। हालांकि नेवी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी अभी कम है, पहले जहां ये भागीदारी सिर्फ 5% थी लेकिन अब वो बढ़कर 10% बेटियों की भागीदारी हो गई है।\
कोविंद ने कहा कि हमें अपना राष्ट्रगान सदा मुंह से गाना चाहिए, यह राष्ट्र वंदना है। विदेशों में राष्ट्रगान तेज आवाज में गाया जाता है, ताकि जो गा नहीं रहे हैं, वह भी उसे सुन सकें। पूर्व राष्ट्रपति ने कह कि मेरठ की विरासत अनूठी है, 1857 में ब्रिटिश शासन को खदेड़ने का बिगुल यहीं से बजा, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी मेरठ ही बना है।
स्टूडेंट्स को समझाते हुए उन्होंने कहा कि एक सफल व्यक्ति के पीछे परिवार का जितना हित होता है, उतना ही समाज का। राष्ट्रपति काल का उदाहरण देते हुए अपनी बात छात्रों को समझाई। किसी भी ओहदे पर पहुंचकर नीचे पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी सम्मान देना जरूरी है, यह हमारे वैल्यूज कहते हैं। शोभित विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र, पूर्व सांसद राजेंद्र अग्रवाल और विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल रहे।