Last Updated :नई दिल्ली (भाषा) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:13 IST)
22 जुलाई संप्रग सरकार की आखिरी रात
लोकसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर वाम दलों के साथ समन्वय की संभावना को कोई अनहोनी बात नहीं बताते हुए भाजपा ने सोमवार को कहा कि 22 जुलाई की रात संप्रग सरकार की आखिरी रात होगी।
भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने वाम दलों के साथ सदन में समन्वय के बारे में पूछे जाने पर कहा कि छूत-अछूत की बात हो रही है। कहा जा रहा है कि भाजपा वाम के साथ वोटिंग कैसे कर सकती है या भाजपा के साथ वाम कैसे वोटिंग करेगा। लेकिन सैकड़ों बार ऐसा हुआ है कि संसद में दोनों ने साथ-साथ मतदान किया है।
उन्होंने कहा कि इस लोकसभा में भी वाम और भाजपा ने कई अवसरों पर साथ वोटिंग की है। प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा में रखे जाने वाले विश्वास प्रस्ताव पर वाम दलों के साथ मिलकर मतदान करने की संभावना के बारे में सीधे जवाब से बचते हुए सिन्हा ने कहा कि सदन में दलों के बीच समन्वय कोई अनहोनी बात नहीं है। संसदीय प्रक्रिया में यह आम बात है। राजनीतिक दलों के बीच तालमेल सामान्य बात है।
उन्होंने कहा कि हमें पक्का यकीन है कि हम विश्वास मत को पराजित करेंगे और 22 जुलाई की रात संप्रग सरकार के अस्तित्व की आखिरी रात होगी।
वाम दलों के समर्थन वापस लेने के कारण प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 21 जुलाई को लोकसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करेंगे जिस पर अगले दिन 22 जुलाई को मत विभाजन होगा।