वर्ष 2002 में गुजरात दंगों से जुड़े मामले में गिरफ्तार वलसाड़ के पुलिस उपाधीक्षक केजी एरडा पर हत्या के आरोप के अलावा कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है।
उच्चतम न्यायालय की ओर से नियुक्त एसआईटी ने एरडा को रविवार को गिरफ्तार किया था। उन्हें सोमवार सुबह मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सीबी पटेल के निवास पर पेश किया गया। विस्तृत पूछताछ के लिए एसआईटी की ओर से हिरासत में दिए जाने के अनुरोध के बाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने एरडा को 13 फरवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।
वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के दौरान एरडा मेघनीनगर पुलिस थाने में इंस्पेक्टर के रूप में तैनात थे। उनके कार्यक्षेत्र में आने वाली गुलबर्ग सोसायटी पर भीड़ की ओर से किए गए हमले के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उस हमले में कांगेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी समेत 38 लोग मारे गए थे।
गत मार्च महीने से गोधरा कांड के बाद हुए दंगों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण मामलों की जाँच कर रही एसआईटी की जाँच के दायरे में कुछ महत्वपूर्ण पुलिस अधिकारी हैं, जो सांप्रदायिक झड़पों से प्रभावित इलाकों में तैनात थे।