Gandhi Jayanti 2023: स्कूल में ऐसे करें गांधी जयंती सेलिब्रेट
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था और हर साल भारत में उनका जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। गांधीजी का सत्य और अहिंसा की शक्ति में दृढ़ विश्वास था। उनके सिद्धांत व विश्वास ने उन्हें भारत को स्वतंत्रता की ओर ले जाने में मदद की।
15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र ने 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया। इस साल 2 अक्टूबर 2023 को भारत गांधीजी की 154वीं जयंती मनाएगा। इस अवसर पर आप भी स्कूल में कई एक्टिविटी के ज़रिए बच्चों व स्टूडेंट को गांधीजी के सिद्धांत सिखा सकते हैं (gandhi jayanti activities in school)। चलिए जानते हैं इन एक्टिविटी के बारे में...
1. भाषण प्रतियोगिता: आप इस Gandhi Jayanti 2023 में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कर सकते हैं। इस आयोजन में आप भाषण के लिए गांधीजी के सिद्धांत पर विषय चुन सकते हैं। भाषण प्रतियोगिता की मदद से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और उनकी पब्लिक स्पीकिंग स्किल भी बेहतर होगी। साथ ही बच्चे गांधीजी के सिद्धांत के बारे में बेहतर तरीके से जानेंगे।
2. गांधीजी की तरह ड्रेस: आप स्कूल में एक निर्धारित ड्रेस कोड भी रख सकते हैं जिसमें बच्चे गांधीजी की तरह तैयार हो कर आएं। इस एक्टिविटी के ज़रिए बच्चों में उत्साह व क्रिएटिविटी बढ़ेगी। साथ ही बच्चे इस तरह की एक्टिविटी को बहुत पसंद करते हैं। इस एक्टिविटी की मदद से आप बच्चों को सादगी का पाठ भी सिखा सकते हैं।
3. म्यूजियम जाएं: गांधी जयंती के अवसर पर आप अपने शहर के नजदीकी म्यूजियम जा सकते हैं जिसमें आप बच्चों को इतिहास के बारे में बेहतर तरीके से बता सकते हैं। इस तरह बच्चों का इतिहास में इंटरेस्ट बढ़ेगा और बच्चे चीज़ों को बेहतर तरीके से समझेंगे।
4. गांधीजी की प्रदर्शनी: आप इस विशेष अवसर पर गांधीजी से संबंधित विषय पर प्रदर्शनी भी लगा सकते हैं। इस प्रदर्शनी में बच्चों की गांधीजी की ड्राइंग, पेंटिंग या अन्य कला का प्रदर्शन कर सकते हैं। इस प्रदर्शनी के ज़रिए बच्चे का टैलेंट भी पता चलेगा और बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
5. स्वच्छता अभियान: गांधीजी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी और वह स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हैं। आप भी अपने बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर सकते हैं। आप अपने स्कूल या स्कूल के आस पास के एरिया में स्वच्छता अभियान चला सकते हैं। साथ ही बच्चों को waste management के बारे में बता सकते हैं।