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  4. Vice President Jagdeep Dhankhar to inaugurate agriculture industry meet In MPs Narsinghpur On May 26
Last Modified: रविवार, 25 मई 2025 (14:23 IST)

26 मई को नरसिंहपुर जिले में 3 दिवसीय कृषि उद्योग समागम का शुभारंभ करेंगे उपराष्ट्रपति धनखड़

मुख्यमंत्री डॉ. यादव, मिशन ज्ञान के अंतर्गत कर रहे हैं किसानों की समृद्धि बढ़ाने के अभिनव प्रयास

jagdeep dhankhar
Madhya Pradesh news in hindi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज्ञान मंत्र को धरातल पर लागू करने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नित नए नवाचार कर रहे हैं। निवेश और रोजगार के लिए इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के सफल आयोजन के बाद उन्होंने प्रदेश के किसानों की खुशहाली और समृद्धी के संकल्प को दोहराया है। इसी उद्देश्य से मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी संभागों में कृषि मेलों का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। मंदसौर जिले के सीतामऊ में राज्य स्तरीय मेले का आयोजन अप्रैल माह में सफलतापूर्वक किया जा चुका है, जिसके बाद अब 26 मई को नरसिंहपुर जिले में कृषि उद्योग समागम का आयोजन होने जा रहा है। इसका शुभारंभ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उपस्थिति में होगा।
 
समागम का उद्देश्य : "कृषि उद्योग समागम 2025" का आयोजन मध्यप्रदेश में कृषि एवं उद्यानिकी पर आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, खाद्य प्रसंस्करण में निवेश आकर्षित करने और किसानों को बेहतर बाजार से जोड़ने के लिए किया जा रहा है। यह समागम उद्योगपतियों, कृषक उत्पादक संगठनों एवं नीति निर्माताओं के बीच संवाद, नीति प्रस्तुति एवं सहयोग के अवसर प्रदान करेगा। राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने, खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास कर रही है। मध्यप्रदेश का किसान सम्पन्न होगा तो प्रदेश और देश भी समृद्ध होगा। राज्य सरकार युवा, महिला और किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
 
वर्ष 2025 उद्योग एवं रोजगार वर्ष: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार मध्यप्रदेश में वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। कृषि उद्योग समागम नरसिंहपुर का आयोजन मध्यप्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, खाद्य प्रसंस्करण में निवेश आकर्षित करने, और किसानों को बेहतर बाजार से जोड़ने के लिए किया जा रहा है। यह समागम उद्योगपतियों कृषक उत्पादक संगठनों एवं नीति निर्माताओं के बीच संवाद, नीति प्रस्तुति एवं सहयोग के अवसर प्रदान करेगा। कार्यक्रम में उद्योग इकाइयों का शिलान्यास एवं लोकार्पण तथा उद्योगपतियों को भूमि आवंटन पत्र एवं आशय पत्रों का वितरण भी होगा।
 
3 दिवसीय समागम हर दिन होगा कुछ नया और खास : इस बार आयोजित होने जा रहे तीन दिवसीय समागम में हर दिन कुछ नया और खास होगा। किसानों को उन्नत कृषि उपकरणों जैसे ट्रैक्टर, हैप्पी सीडर, और स्प्रिंकलर की जानकारी दी जाएगी। इन उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी और किसान इन्हें खरीदने के लिए बुकिंग भी कर सकेंगे। दूध उत्पादन, मत्स्य पालन, और शाक-सब्जी उत्पादन की नई तकनीकों पर चर्चा होगी। श्रीअन्न (मोटे अनाज), बागवानी, और उन्नत किस्म के बीजों व उर्वरकों पर फोकस रहेगा। मेले में कृषि आधारित स्टार्टअप्स की जानकारी भी दी जाएगी, ताकि युवा किसान अपने नए व्यवसाय शुरू कर सकें। ये सारी जानकारी किसानों को कम लागत में ज़्यादा पैदावार लेने में मदद करेगी।
 
नई तकनीकों का होगा प्रदर्शन : खेती-किसानी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रदेश सरकार किसानों को नई तकनीकों और तरीकों से जोड़ रही है। नरसिंहपुर की काली मिट्टी दलहन, तिलहन, और गेहूँ जैसी फसलों के लिए मशहूर है। मेले में मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए जैविक खाद और उर्वरकों के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा।नरसिंहपुर में सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलें बड़े पैमाने पर होती हैं। मेले में इन फसलों से जुड़े उद्योगों जैसे तेल निकालने, चीनी बनाने, और गुर उत्पादन की नई तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, बागवानी और उद्यानिकी में नए प्रयोगों पर भी चर्चा होगी। इस कृषि समागम के माध्यम से सरकार किसानों को कृषि आधारित उद्योगों से जोड़ने में निश्चित रूप से कामयाब होगी।
 
कृषि आधारित उद्योग करेंगे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मानना है कि कृषि आधारित उद्योग न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे, बल्कि किसानों की आय को भी दोगुना कर सकेंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने विभिन्न मंचों पर इस बात को दोहराया हैं कि यदि राज्य में कृषि आधारित उद्योगों का विकास होता है तो न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन के जरिए किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा।
 
कृषि आधारित उद्योगों में निवेश पर जोर दे रहे हैं मोहन : मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने प्रदेश के हर संभाग में किसान मेलों का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इन मेलों में कृषि आधारित उद्योगों में निवेश पर जोर दिया जा रहा है। एक माह पूर्व  मंदसौर जिले के सीतामऊ में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को कृषि के आधुनिक यंत्रों और तकनीक से अवगत कराया गया। इस तरह के इन समागमों के माध्यम से किसानों को अधिक और बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। प्रदेश भर मेंअन्य स्थानों पर भी विशाल कृषि मेले सह कृषक सम्मेलन आयोजित होंगे।
edited by : Nrapendra Gupta 
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