सोमवार, 2 सितम्बर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. Tribal farmer crushed to death by tractor for stopping illegal sand transportation in Singrauli
Last Updated : सोमवार, 2 सितम्बर 2024 (18:55 IST)

सिंगरौली में अवैध रेत परिवहन रोकने पर आदिवासी की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या, कांग्रेस ने सरकार को घेरा

Singroli case
भोपाल। मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था के मोर्चे पर भाजपा सरकार के सामने लगातार नई चुनौतियां आती जा रही है। ताजा मामला प्रदेश के सिंगरौली जिले से जुड़ा है, जहां अवैध रेत उत्खनन रोकने पर एक आदिवासी किसान की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी हई है। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया है।  बताया जा रहा है कि हत्या  का आरोपी लाले वैश्य भाजपा युवा मोर्चे से जुड़ा रहा है।वहीं आरोपी के भाजपा से जुड़े होने पर सूबे की सियासत गर्मा गई है।

क्या है पूरा मामला?- सिंगरौली जिले के बरका चौकी इलाके के गन्नई गांव में बीती रात अवैध उत्खनन से भरी टैक्टर ट्राली अपने खेत से निकालने पर रोकने पर  आदिवासी किसान इंद्रपाल अगरिया की खनन माफियाओं ने ट्रैक्टर से रौंदकर मौत के घाट उतार दिया। बताया जा रहा है कि रेत माफिया से गन्नई गांव से निकलने वाली पटीर नदी से रेत का अवैध उत्खनन लंबे समय से कर रहे है और अवैध रेत से भरे डंपर और टैक्टर इंद्रपाल के खेत से जबरदस्ती निकाल रहे थे जिसका मृतक ने कई बार विरोध किया था। बीती रात जब रेत माफिया अवैध रेत से भरी टैक्टर-ट्राली जब इंद्रपाल के खेत से निकाल रहे थे तो उसने मौके पर जाकर आपत्ति जताई, जिस पर रेत माफियाओं ने उसे ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया।

कांग्रेस ने सरकार को घेरा-आदिवासी किसान को रेत माफियाओं के ट्रैक्टर से रौंदकर मौत के घाट उतारने के मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार को घेरते हुए एक्स पर लिखा कि “मध्यप्रदेश में अंतहीन हो चुके आदिवासी उत्पीड़न की एक और सनसनीखेज घटना अब सिंगरौली से सामने आई है। गन्नई गांव के गरीब आदिवासी इंद्रपाल अगरिया पर रेत माफियाओं ने इसलिए ट्रैक्टर चढ़ा दिया, क्योंकि उसने अपनी फसल पर ट्रैक्टर चढ़ाने से मना किया था। ये आरोपी भी भाजपा  से जुड़े हुए हैं! इलाके में सालों से अवैध उत्खनन कर रहे हैं! इन्हें संरक्षण कौन और क्यों दे रहा है, यह इलाके का हर शख्स जानता है। डॉ. मोहन यादव जी लूट की यह छूट अपराध और अपराधी को संरक्षण दे रही है! गृहमंत्री के रूप में आप चुप हैं! पुलिस-प्रशासन भी माफिया की मदद कर रहा है! जंगलराज ऐसा ही तो होता है,दलित और आदिवासियों का उत्पीड़न यदि इसी तरह जारी रहा तो वह जल्दी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर खुला संघर्ष करते नजर आएंगे! इस लड़ाई में मैं भी सबसे आगे रहूंगा”।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक्स पर लिखा “एमपी में आदिवासी अत्याचार की एक और जघन्य घटना। सिंगरौली जिले के गन्नई गांव के गरीब आदिवासी भाई इंद्रपाल अगरिया के ऊपर बीती रात्रि को रेत माफियाओं ने  ट्रैक्टर चढ़ाया जिससे आदिवासी भाई की मौत हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी कब रुकेगा अत्याचार”।