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Last Updated : शनिवार, 24 अगस्त 2024 (12:41 IST)

मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई टीम के गठन में फंसे जीतू पटवारी, बड़ा सवाल कैसे करेंगे भाजपा से मुकाबला?

7 महीने बाद भी अपनी कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाने वाले जीतू पटवारी के सामने गुटबाजी से निपटना बड़ी चुनौती

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भोपाल। मध्यप्रदेश में पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाली भाजपा अब सदस्यता अभियान के जरिए जहां पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने जा रही है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अब भी संगठन स्तर पर कई चुनौतियों से घिरी नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने वाले जीतू पटवारी अब तक अपनी कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए। यहीं सवाल जब शुक्रवार को भोपाल आए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने उन्हें नई तारीख देते हुए कहा कि अगले महीने तक प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी।

गुटबाजी कार्यकारिणी के गठन में बड़ी चुनौती- मध्यप्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच गुटबाजी नई कार्यकारिणी के गठन में बड़ी चुनौती है। लोकसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस सफूड़ा साफ होने के बाद पार्टी के सीनियर नेता अजय सिंह सहित पार्टी के सीनियर नेता विवेक तनखा भी जीतू पटवारी के नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा चुके है। वहीं विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ की भोपाल से और प्रदेश की सियासत से दूरी बनाना उनकी नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के सीनियर विधायक अजय सिंह ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद कहा था कि जीतू पटवारी के कार्यकाल में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन क्यों थामा, इसके साथ ही पार्टी छोड़कर अन्य दलों में जा रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए, इसकी समीक्षा और चर्चा की जानी चाहिए। वहीं पार्टी के सीनियर नेता विवेक तनखा ने प्रदेश में कांग्रेस की नई लीडरशिप को आगे लाने की बात कही थी।
छिंदवाड़ा- पांढुर्ना जिले की कार्यकारिणी की गई भंग- कांग्रेस की गुटबाजी इससे समझ में आती है कि कमलनाथ और नकुलनाथ के इशारे पर छिंदवाड़ा और पांढुर्ना जिले की कार्यकारणी भंग कर दी गई है। बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा और पांढुर्ना जिले की कार्यकारिणी भंग करने की जानकारी पीसीसी चीफ को भी नहीं दी गई। कार्यकारिणी भंग करने की जानकारी देने के लिए जारी किए गए प्रेस नोट में लिखा गया कि मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व सांसद नकुलनाथ से चर्चा के उपरांत कांग्रेस की समस्त कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। आगामी दिनों में जल्द ही नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे व पांढुर्ना जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश झलके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा व पांढुर्ना की जिला कांग्रेस, शहर कांग्रेस, ब्लॉक कांग्रेस, क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी, पर्यवेक्षक, प्रभारी, चारों मोर्चा संगठन की कार्यकारिणी, समस्त प्रकोष्ठों व विभाग को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। दोनों ही जिला कांग्रेस अध्यक्षों ने बताया कि नगर, गांव व कस्बों से लेकर जिला मुख्यालय तक जल्द ही कांग्रेस की नई टीम तैयार होगी।

जंबो कार्यकारिणी की जगह चुनिंदा चेहरों को मिलेगी जगह- प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने कार्यकाल में जंबो कार्यकारिणी का गठन कर बहुत से नेताओं को साधने की कोशिश की थी। वहीं अब कांग्रेस से जुड़े सूत्र बताते है कि जीतू पटवारी की टीम में कार्यकर्ताओं को तरजीह देने के साथ इसकी संख्या भी कम होगी। बताया रहा कि जीतू पटवारी की टीम में 100 से अधिक पदाधिकारी शामिल होंगे। इसमें सभी वर्ग और जिलों का प्रतिनिधित्व रहे। वहीं शुक्रवार को कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन से पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंहं ने पुरानी कार्यकारिणी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले की कार्यकारिणी में एक हजार पदाधिकारी शामिल थे। सिर्फ पद लेकर घर पर बैठे थे, अब सिर्फ काम करने वालों को जिम्मेदारी मिलेगी।

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा कि नई कार्यकारिणी में काम करने वाले जमीनी कार्यकर्ताओं को जगह दी जाएगी और पार्टी के भीतर इस पर मंथन चल रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी में पूरे समय पार्टी के लिए काम करने वालों को ही कार्यकारिणी में जगह मिलेगी। गौरतलब है कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पहले ही साफ कर चुके है कि पार्ट टाइम राजनीति करने वाले नेताओं को उनकी टीम में जगह नहीं मिलेगी।