भोपाल और विदिशा के बीच गत गुरुवार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में हुई लूट की सनसनीखेज वारदात के साथ ही गलतफहमी की वजह से दो निर्दोष युवकों से बुरी तरह मारपीट की गई। प्रमोद धाकड़ और सुरेश वर्मा नामक युवकों को पहले लुटेरों की गैंग का सदस्य माना जा रहा था, वहीं अब यह बात भी सामने आ रही है कि इनका लुटेरों से कोई संबंध नहीं था। दोनों ही युवकों को जिस तरह पीटा गया, वे अब भोपाल के अस्पतालों में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हालांकि जीआरपी ने प्रमोद और सुरेश के साथ अन्य के खिलाफ लूट की कायमी की है, अत: जांच पूरी होने तक दोनों को क्लीन चिट भी नहीं दी जा सकती है, लेकिन जिस तरह से चीजें सामने आ रही हैं उससे संदेह को तो बल मिलता ही है।
सुरेश वर्मा हैदराबाद का रहने वाला है और प्रमोद मुरैना का। दोनों ही वारदात के समय गेट पर बैठे थे। कुछ यात्रियों ने इस बात की भी पुष्टि की है कि दोनों लूटपाट में शामिल नहीं थे। प्रमोद के परिजनों के मुताबिक वह पुलिस भर्ती के लिए भोपाल आया था और वापस मुरैना लौट रहा था। वर्तमान में वह एमएससी कर रहा है। कक्षा में हमेशा ही प्रथम आने वाले प्रमोद के पास से परिचय पत्र और दस्तावेज भी मिले हैं। धाकड़ के पिता बीएस धाकड़ अशोक नगर में सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक हैं।
प्रमोद के पास से पहचान पत्र मिलना इस संदेह को तो जन्म देता ही है कि लूटपाट करने वाला कोई भी व्यक्ति अपने साथ पहचान पत्र के साथ अन्य दस्तावेज क्यों रखेगा? प्रमोद इस समय के भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती है और कोमा में है। हालांकि हकीकत उसके होश में आने के बाद ही सामने आ पाएगी। सुरेश भोपाल के ही हमीदिया अस्पताल में भर्ती है।
क्या है पूरा मामला : यशवंतपुर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस गुरुवार रात 11.55 बजे भोपाल से रवाना हुई। ट्रेन के भोपाल से रवाना होने और गति पकड़ने के बाद जनरल कोच में बदमाशों ने हथियार लहराते हुए लूटपाट शुरू कर दी। यात्रियों के विरोध करने पर बदमाशों ने उनके साथ मारपीट भी की। जब कुछ यात्रियों ने विरोध किया तो गोलियां भी चलाईं। इसमें कन्नौज निवासी रवि जाटव समेत कई अन्य यात्री घायल हो गए। बदमाशों ने ट्रेन में 45 मिनट तक लूटपाट की और नकदी के साथ ही महिलाओं के जेवर भी लूट लिए।
विदिशा के पास करीब 12.40 बजे बदमाशों ने ट्रेन की चेन खींच दी। ट्रेन धीमी हुई तो दो बदमाश उतरकर भाग गए, जबकि प्रमोद और सुरेश को यात्रियों ने दबोच लिया। इसके बाद यात्रियों ने दोनों की बीना तक जमकर धुनाई की, जब तक कि दोनों बेहोश नहीं हो गए। दोनों को ही गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सुरक्षा पर सवाल : संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में हुई लूट और मारपीट की घटना ने एक बार फिर रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा की पोल खोल दी है। यदि ट्रेन में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए तो यह नौबत ही न आए। इससे पहले भी मध्यप्रदेश में ट्रेन में लूटपाट की घटना हो चुकी है। फिर भी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई सबक नहीं लिया गया।
और भी हैं मामले : हाल ही में एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना के तहत मानिकपुर प्लेटफार्म पर निजामुद्दीन सुपरफास्ट ट्रेन में करीब आधा दर्जन युवक दिव्यांग कोच में घुस गए और उन्होंने दिव्यांगों के साथ मारपीट की। मानिकपुर प्लेटफार्म पहुंची।
इसी तरह चित्रकूट के मानपुर खोह निवासी महेंद्र पटेल अपने छोटे भाई के साथ बीते दिन गोरखपुर ट्रेन से घर जा रहा था। तभी कुछ युवकों ने महेंद्र पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाकर शुरू कर दी और पैसे मांगने लगे। बाद में युवकों ने महेन्द्र को धक्का दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह दो मामले मात्र उदाहरण इस तरह की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं, लेकिन ट्रेनों में सुरक्षा की कोई खास व्यवस्था नहीं होती है।