भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार रात भाजपा ने प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और घोषणा-पत्र समिति घोषित कर दी। चुनाव प्रबंधन समिति में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संयोजक पहले ही घोषित किए जा चुके हैं, जबकि घोषणापत्र समिति का प्रमुख राज्य के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को बनाया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने चुनाव प्रबंधन समिति की घोषणा की है, जिसमें शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रहलाद पटेल और राज्य के अनेक मंत्रियों एवं पूर्व मंत्रियों को शामिल किया गया है।
आमंत्रित सदस्यों में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, प्रदेश चुनाव सह प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शामिल हैं।
इक्कीस सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सांसद राकेश सिंह, पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, सांसद गजेंद्र पटेल, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, विधायक प्रदीप लारिया, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद गणेश सिंह, पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल को शामिल किया गया है।
इसके अलावा घोषणापत्र समिति के प्रमुख के रूप में पूर्व मंत्री जयंत मलैया को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है और एक तरह से उनकी संगठन में सक्रिय तौर पर वापसी हुई है। इसके सह प्रमुख पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा होंगे।
इस समिति के कुल 19 सदस्यों में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, अजय विश्नोई, ओमप्रकाश सकलेचा, लाल सिंह आर्य, लता वानखेड़े, ओमप्रकाश धुर्वे, सुमेर सिंह सोलंकी, डी डी उइके, राज्यवर्धन सिंह, अजय प्रताप सिंह, कवींद्र कियावत, दीपक विजयवर्गीय, एस एन एस चौहान, अतुल सेठ, मनोज पाल यादव, पुष्यमित्र भार्गव और डॉ. विनोद मिश्रा शामिल हैं।
इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिला संयोजकों की नियुक्ति की घोषणा भी की है। दस संभागों के सभी 57 संगठनात्मक जिलों में जिला संयोजकों की नियुक्ति की गयी है।
राज्य में इस वर्ष नवंबर दिसंबर माह में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है और उसके शीर्ष नेताओं के दौरे लगातार इस राज्य में हो रहे हैं।