रविवार, 29 सितम्बर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. मध्यप्रदेश
  4. Madhya Pradesh assembly by-election
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017 (17:25 IST)

मप्र में उपचुनाव से पूर्व छाया 'कमल पर्ची' का मुद्दा

मप्र में उपचुनाव से पूर्व छाया 'कमल पर्ची' का मुद्दा - Madhya Pradesh assembly by-election
भोपाल। मध्यप्रदेश में अटेर एवं बांधवगढ़ विधानसभा सीटों के लिए नौ अप्रैल को होने वाले उपचुनावों में चुनाव प्रचार राजनीतिक रूप से उतना प्रचंड नहीं रहा, जितना पारंपरिक रूप से हुआ करता था। बहरहाल, चुनाव प्रचार तो नहीं लेकिन ईवीएम मशीन से जुड़े वोटर वेरिफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) से केवल भाजपा के चुनाव चिह्न 'कमल' वाली पर्चियां ही निकलने का मुद्दा खूब छाया रहा।
 
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भिंड में अटेर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए किए गए 'डेमो' कार्यक्रम के दौरान ईवीएम मशीन में कोई भी बटन दबाने पर वीवीपीएटी से केवल भाजपा के चुनाव चिह्न 'कमल' वाली पर्चियां निकलने के बाद सभी चुनावों में पारंपरिक 'बैलट पेपर' से मतदान कराने की मांग जोरशोर से शुरू कर दी है। हालांकि मध्यप्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने इस प्रकार की किसी भी गड़बड़ी होने से इनकार किया है।
 
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि हम लगातार मांग करते रहेंगे कि देश में आधुनिक ईवीएम मशीनों की जगह पर फिर से पारंपरिक बैलट पेपरों से मतदान किया जाए। हम अपने निर्णय पर अडिग हैं। भाजपा को छोड़कर अन्य सभी प्रमुख दल बैलट पेपरों से मतदान चाहते हैं। 
 
उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीनों के स्थान पर बैलट पेपरों से मतदान कराने के लिए संघर्ष चल रहा है और अब हमारे नेता इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठा रहे हैं। मिश्रा ने दावा किया कि हमें पूरा विश्वास है कि मध्यप्रदेश की इन दोनों सीटों के उपचुनाव में कांग्रेस विजयी होगी।
 
हालांकि मध्यप्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने बताया कि कांग्रेस का समूचे देश से सफाया हो रहा है, इसलिए वह चुनावों में अपनी नाकामी को छिपाने के लिए ईवीएम मशीनों का मुद्दा उठाकर अनर्गल आरोप लगा रही है। 
 
विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस दिशाहीन हो गई है और पूरे देश में अपने को मजबूत बनाने के लिए काम करने की बजाए ईवीएम मशीनों एवं अन्य मुद्दों को उठाकर अपना समय बर्बाद कर रही है। उन्होंने दावा किया कि हम न केवल बांधवगढ़ सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखेंगे, बल्कि अटेर सीट भी कांग्रेस से छीनेंगे।
 
अटेर से भाजपा के अरविंद सिंह भदौरिया और कांग्रेस के हेमंत कटारे उम्मीदवार हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और हेमंत के पिता सत्यदेव कटारे (कांग्रेस) के निधन के कारण अटेर में विधानसभा उपचुनाव कराने पड़ रहे हैं, जबकि बांधवगढ़ (एसटी) सीट से भाजपा विधायक ज्ञान सिंह के पिछले साल नवंबर में लोकसभा के लिए चुने जाने के कारण यह सीट खाली हुई है।
 
अटेर में मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार हेमंत कटारे एवं भाजपा प्रत्याशी अरविंद सिंह भदौरिया के बीच है, जबकि बांधवगढ में असली टक्कर भाजपा के प्रत्याशी शिवनारायण सिंह एवं कांग्रेस की उम्मीदवार सावित्री सिंह के बीच है। इन दोनों सीटों पर मतों की गिनती 13 अप्रैल को होगी।
 
इस बीच, मध्यप्रदेश के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एसएस बंसल ने बताया कि बांधवगढ़ एवं अटेर विधानसभा उपचुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपीएटी की पर्ची ईवीएम मशीनों से निकलेगी। ऐसा मध्यप्रदेश में पहली बार होगा। (भाषा)
ये भी पढ़ें
वैश्विक रुख से सेंसेक्स धड़ाम