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Last Updated : रविवार, 23 अगस्त 2020 (19:26 IST)

MPBSE : 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए खुशखबर, आंतरिक मूल्यांकन होगा इस बार

MPBSE : 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए खुशखबर, आंतरिक मूल्यांकन होगा इस बार - Internal Assessment for 9th to 12th Students in Madhya Pradesh
भोपाल। कोरोना महामारी की वजह से मध्यप्रदेश में स्कूल और कॉलेज बंद हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद कह चुके हैं कि वे भी नहीं जानते कि ये कब खुलेंगे, इसी बीच एक खुशखबर रविवार को मिली है, जिसके मुताबिक प्रदेश में सीबीएसई की तर्ज पर माध्यमिक शिक्षा मंडल 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) करेगा। विद्यार्थियों की परीक्षा आयोजित नहीं होगी। 
 
माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) भोपाल के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्य योजना के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल आगामी 1 सितम्बर से ऑनलाइन शिक्षण सत्र (Online learning session) की शुरुआत करने जा रहा है। इस शुरुआत में 9वीं से 12वीं तक के छात्रों का पूरा कोर्स 12 यूनिट में बांटेगा और हर यूनिट को 15 दिन में खत्म करना होगा।

इसका मतलब यह निकला कि छात्रों को 12 यूनिट को 6 माह में खत्म करना पड़ेगा। इसके बाद प्रत्येक यूनिट का बोर्ड द्वारा मूल्यांकन होगा। हर यूनिट का पेपर 100 अंकों का रहेगा, जिसमें 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 3 अंक के 10 प्रश्न और 4 अंक के 10 प्रश्न रहेंगे। ऑनलाइन शिक्षण सत्र में 30 अंकों की परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल लेगा जबकि 70 अंक स्कूल द्वारा आंतरिक मूल्यांकन करके भेजे जाएंगे।
 
 
ऑनलाइन एसेसमेंट के कारण अब शिक्षकों को भी इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी और किसी तरह की लापरवाही बरतना नुकसानदेह होगा। शिक्षकों को विषय को अच्छे से पढ़ना होगा क्योंकि एसेसमेंट गलत होने पर उन पर भी गाज गिर सकती है।
 
ऑनलाइन लर्निंग सेशन (Online learning session) में छात्रों का यह मूल्यांकन ओपन बुक के तहत होगा, जिसमें वे कहीं से भी दे सकते हैं। 100 अंकों का यह पूरा पेपर होगा, जिसमें छात्र खुद ऐप से डाउनलोड करके अपने ही घर पर ही ओपन बुक के जरिए हल कर सकते हैं। अगर कोई छात्र समय पर पेपर हल नहीं कर सका तो उसे दूसरे अवसर के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा।
 
दूसरे सप्ताह में उसे दूसरा चैप्टर भी हल करना होगा। इसका मतलब यह हुआ कि छात्र को एक सप्ताह में 2 पेपर हल करने होंगे। यदि इसके बाद भी वह पेपर नहीं देता तो बोर्ड द्वारा उसका नामांकन समाप्त कर दिया जाएगा।
 
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने कहा कि कोरोना की वजह से इस वर्ष स्कूलों में तिमाही और छमाही परीक्षाएं आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए आंतरिक मूल्यांकन की व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। 
 
आतंरिक मूल्याकन के मुख्य बिंदु
 
-1 सितम्बर से ऑनलाइन शिक्षण सत्र की शुरुआत
-6 महीने के भीतर कोर्स खत्म करना होगा
-एक यूनिट को 15 दिन में खत्म करना होगा
-हर यूनिट का बोर्ड द्वारा ऑनलाइन एसेसमेंट होगा
-यूनिट के पेपर सीधे छात्र के मोबाइल पर आएंगे
-100 अंक के पेपर में 30 वस्तुनिष्ट, 10 प्रश्न 3 अंक के और 10 प्रश्न 4 अंक के रहेंगे
-छात्रों को यूनिट पेपर हल करके उत्तर पुस्तिका स्कूल में जमा करनी होगी
-स्कूल के शिक्षक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करने अंक बोर्ड की साइट पर मोबाइल ऐप के जरिए भेजेंगे 
-70 प्रतिशत अंक स्कूल द्वारा भेजे जाएंगे और 30 प्रतिशत अंक हेतु बोर्ड परीक्षा होगी 
-आंतरिक मूल्यांकन 70 प्रतिशत और बोर्ड परीक्षा 30 प्रतिशत अंक को जोड़कर छात्र का रिजल्ट बनेगा। 
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