इंदौर भाजपा नगर अध्यक्ष पद के लिए तेज हुई कवायद, सबसे आगे गौरव रणदिवे का नाम, रायशुमारी से तय होगा नाम
इंदौर की राजनीति का असर पूरे प्रदेश पर होता है। ऐसे में यहां नगर अध्यक्ष का पद भी बेहद अहम माना जाता है। इस पद के लिए कई नाम सामने आ रहे हैं। यह जिम्मेदारी किसे दी जाएगी इसके लिए आज यानी 26 दिसंबर से रायशुमारी की शुरुआत हो गई है।
बता दें कि नेतागण अपनी तरफ से जो नाम देंगे। उन्हें बंद लिफाफे में भोपाल भेजा जाएगा। इसके बाद नगर अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। इस दौड में गौरव रणदिवे का नाम भी सबसे आगे माना जा रहा है। हालांकि उन्होंने वेबदुनिया के साथ हुई चर्चा में कहा है कि भाजपा नेतृत्व जो तय करेगा वही मान्य होगा। उधर जिलाध्यक्ष के लिए भी रायशुमारी होने वाली है। हालांकि करीब एक साल पहले ही चिंटू वर्मा की नियुक्ति हुई है, इसलिए इसमें बदलाव की संभावना काफी कम लग रही है।
84 नेता सूची में शामिल: इंदौर में भाजपा नगर अध्यक्ष के लिए रायशुमारी बुधवार से शुरू हो गई है। रायशुमारी के लिए 84 नेताओं के नाम सूची में शामिल हैं। हाल ही में भाजपा कार्यालय में कुछ नेता आए और उन्होंने अपनी तरफ से 3 से 4 नामों के प्रस्ताव रखे हैं। बता दें कि नगर अध्यक्ष पद की दौड़ में इंदौर के कई नेता शामिल हैं। इनमें गौरव रणदिवे का दावा दोबारा मजबूत माना जा रहा है। इन नामों के अलावा जीतू जिराती, आकाश विजयवर्गीय, दीपक जैन टीनू भी इस दौड़ में बताए जा रहे हैं।
जो भाजपा नेतृत्व तय करेगा वही मानेंगे : इस पूरे मामले में वेबदुनिया को भाजपा नेता गौरव रणदिवे ने चर्चा में बताया कि मैंने पहले भी कोई दावेदारी नहीं की थी, अब भी नहीं कर रहा हूं। यह तय करना हमारी पार्टी के नेताओं का काम है। जो भी भाजपा का नेतृत्व तय करेगा वही मान्य होगा। इस तरह की जिम्मेदारी के लिए भाजपा नेतृत्व ही तय करता है और हमें उस आदेश का सिर्फ पालन करना है।
कैसे होगी नगर अध्यक्ष की नियुक्ति : बता दें कि इस नियुक्ति के लिए रायशुमारी की जाती है। इस रायशुमारी में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, मेयर पुष्य मित्र भार्गव सहित 84 नेता शामिल हैं। यह नेता अपनी तरफ से जो नाम देंगे। उन्हें बंद लिफाफे में भोपाल भेजा जाएगा। इसके बाद नगर अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। उधर 26 दिसंबर से जिलाध्यक्ष के लिए रायशुमारी होगी। बताया जा रहा है कि क्योंकि सालभर पहले ही चिंटू वर्मा की नियुक्ति हुई है, इसलिए इस पद में बदलाव की संभावना बेहद कम है।
रणदिवे क्यों कर रहे दावा : इधर गौरव रणदिवे का दावा मजबूत माना जा रहा है। इसके पीछे तर्क दिए जा रहे हैं कि उनके कार्यकाल में इंदौर में एक भी सीट भाजपा ने नहीं गवाई थी। इसके अलावा इंदौर में देश में सबसे ज्यादा भाजपा सदस्य बने है। इस कारण रणदिवे फिर अध्यक्ष बनना चाहते है। उधर खाती समाज के कारण जीतू जिराती का दावा भी मजबूत है,क्योकि इंदौर के खाती समाज से कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी बने है। अब दोनों पदों पर किसको जिम्मेदारी मिलेगी यह तो रायशुमारी के बाद ही पता चल पाएगा, हालांकि फिलहाल सभी लोग अपना अपना दावा कर रहे हैं।
Edited by Navin Rangiyal