बेबी जॉन के रिलीज के पहले महिलाओं के लिए इंदौर में विशेष शो, वरुण धवन स्टारकास्ट के साथ पहुंचे
उज्जैन में महाकाल का आशीर्वाद भी लेने गए वरुण
वरुण धवन, कीर्ति सुरेश और वामिका गब्बी अभिनीत फिल्म बेबी जॉन क्रिसमस पर यानी 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। अब तक हल्की-फुल्की भूमिकाओं में नजर आए वरुण धवन का हार्ड कोर एक्शन अवतार में पहली बार नजर आएंगे।
बेबी जॉन का प्रमोशन इन दिनों धूम से चल रहा है और इसी सिलसिले में वरुण धवन, कीर्ति सुरेश, वामिका गब्बी और फिल्म के निर्देशक कालीस प्रमोशन के लिए इंदौर पहुंचे।
यहां पर प्रमोशन की खास बात यह रही कि रिलीज के दो दिन पहले, 23 दिसंबर को इंदौर शहर के कल्याण मार्ट में हाल ही में खुले कल्याण सिनेमा में बेबी जॉन का एक स्पेशल शो सिर्फ महिलाओं के लिए रखा गया।
यह बेबी जॉन के रिलीज के पहले रखा गया एकमात्र शो था जो इंदौर के चुनिंदा दर्शकों को देखने को मिला। कल्याण सिनेमा से जुड़ी गर्ग फैमिली के अनुसार बेबी जॉन सिर्फ एक्शन मूवी नहीं है बल्कि इसमें महिलाओं से जुड़ा मुद्दा भी है इसलिए महिलाओं को शो में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।
शो में इंटरवल के दौरान बेबी जॉन की दोनों हीरोइन, निर्देशक के साथ वरुण धवन शो में मौजूद महिलाओं से मिलने पहुंचे। यह एक बड़ा सरप्राइज था। उन्होंने सभी से फिल्म के बारे में फीड बैक लिया।
दर्शकों ने बताया कि उन्हें फिल्म बहुत पसंद आ रही है और यह हिट होगी। साथ ही उन्हें वरुण का नया एक्शन अवतार भी दिलचस्प लग रहा है।
वरुण ने कहा कि उन्हें इंदौर बेहद पसंद है और उन्होंने नए सिनेमाघर की भी तारीफ की। उन्होंने उपस्थित दर्शकों के साथ सेल्फी ली और दर्शकों से बातचीत की।
वरुण के अनुसार निर्देशक कालीस ने इस फिल्म के लिए काफी मेहनत की है और कीर्ति तथा वामिका के भी महत्वपूर्ण रोल फिल्म में हैं। साउथ फिल्म की जानी मानी एक्ट्रेस कीर्ति इस फिल्म के जरिये हिंदी फिल्मों में प्रवेश कर रही है।
महाकाल का आशीर्वाद लेने पहुंचे वरुण इंदौर में रात रूकने के बाद वरुण धवन, कालीस, वामिका गब्बी और कीर्ति सुरेश महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे। बिना किसी सुरक्षा के तामझाम के उन्होंने भस्मार्थी में भी हिस्सा लिया। फिल्म के निर्माता एटली भी रात को इंदौर पहुंचे और वे भी उज्जैन गए।
जिओ स्टूडियोज़, सिने 1 स्टूडियोज़ और ए फॉर एप्पल प्रोडक्शन द्वारा निर्मित बेबी जॉन एक ऐसे ईमानदार पुलिस ऑफिसर की कहानी है जो गरीबों और मासूम लड़कियों के लिए बड़ी से बड़ी ताकत से टकराने की हिम्मत रखता है।