Corona fighter : जबलपुर की बेटी ने जीती कोरोना से जंग, बोली डॉक्टर तो भगवान है, नहीं लगा डर
भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के बीच शनिवार को राजधानी भोपाल और जबलपुर से राहत देने वाली खबर आई। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले पहले मामले में जबलपुर के सराफा कारोबारी की बेटी पलक अग्रवाल पूरी तरह ठीक होकर घर पहुंच गई। इसके साथ ही भोपाल में कोरोना के संक्रमण में आए तीसरे मरीज रेलवे कर्मचारी आरएस धाकड़ भी पूरी तरह स्वस्थ होकर एम्स से डिस्चार्ज हो गए।
जबलपुर में कोरोना को मात देने वाली पलक ने लोगों से संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंजिंस के नियमों को सख्ती से पालन करने और लोगों से घरों में रहने की अपील भी की। पलक से पहले उसके पिता जो खुद भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए थे वह ठीक होकर अस्पताल से घर पहुंच गए है।
डॉक्टर तो भगवान है – मेडिकल कॉलेज से निकलकर घर रवाना होने से पहले पलक ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों और नर्सिग स्टॉफ की तारीफ करते हुए सभी को धन्यवाद कहा। अस्पताल से निकलकर पलक ने क्या कहा पढ़िए उन्हीं की जुबानी..
जबलपुर एक छोटा सा शहर है लेकिन फिर भी यहां पर मेडिकेशन की इतनी अच्छी सुविधाएं हैं कि मैं शॉक्ड हो गई, हर रूम में वेंटीलेटर और ओटी..बहुत अच्छे से इलाज हुआ। मेरे पापा का भी बहुत अच्छे से इलाज किया। मुझे तो बहुत ज्यादा कुछ नहीं हुआ था लेकिन सबने बहुत अच्छे से केयर किया। जो पहले की नर्स दी वह भी मुझे चार –चार बार कॉल करके पूछती रहती है, बहुत अच्छा स्टॉफ है मैं इन सभी को सबसे ज्यादा थैंक्यू बोलना चाहूंगी।
जबलपुर शहर को भी बहुत बहुत थैंक्यू और डॉक्टरर्स तो यहां पर भगवान ही है। कभी भी डर नहीं लगा, अंदर से इच्छा थी की सही तो होना ही है, लोग इतना प्रोत्सहित कर रहे थे और पता था कि अच्छा तो होना ही था जब स्टॉफ और डॉक्टर इतने अच्छे है। ऐसे बहुत से लोग है जो ठीक होने के लिए दुआ कर रहे थे सभी को बहुत बहुत धन्यवाद।