जानिए मध्यप्रदेश के भाजपा उम्मीदवारों को
मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनावी समर में सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है। पार्टी ने जहां 22 विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया है, वहीं कई दिग्गजों के क्षेत्र भी बदले गए हैं। आइए जानते हैं भाजपा के इन उम्मीदवारों के बारे में... शिवराज सिंह चौहान : मप्र विधानसभा 2013 के चुनाव में दो सीटों अपनी परंपरागत सीट बुधनी और राघवजी की सीट विदिशा से चुनाव मैदान शिवराज सिंह 29 नवंबर, 2005 को बाबूलाल गौर के स्थान पर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। शिवराज सिंह 1991 से पांच बार विदिशा से सांसद भी रह चुके हैं। वे छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े रहे हैं। 1975 में वे मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल की स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष थे। 1976-77 में आपातकाल के दौरान वे जेल भी गए। वर्ष 1977 से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। वे पहली बार राज्य विधानसभा के लिए 1990 में सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से चुने गए थे। अगले ही साल विदिशा संसदीय चुनाव क्षेत्र से वे लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए। दिसंबर 2003 में भाजपा ने विधानसभा चुनावों में अपूर्व सफलता पाई थी और उस समय उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वे राघौगढ़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव हार गए थे। जब वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तब उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था। 30 नवंबर 2005 को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। उन्होंने बुधनी विधानसभा के लिए उपचुनाव लड़कर जीता। वर्ष 2008 में शिवराज ने बुधनी सीट को 41 हजार से अधिक मतों से जीता।
अर्चना चिटनीस : धाराप्रवाह भाषण शैली के लिए प्रसिद्ध अर्चना चिटनीस दिसंबर 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर जिले के नेपानगर से भाजपा विधायक निर्वाचित हुईं, बाद में उन्हें उमा भारती मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल कर महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण विभाग का दायित्व सौंपा गया। 2013
में नेपानगर से चुनाव लड़ रहीं मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष स्व. प्रो. ब्रजमोहन मिश्र की पुत्री चिटनीस को 27 अगस्त 2004 को श्री बाबूलाल गौर मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल कर महिला एवं बाल विकास,उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जैसे विभागों को संभालते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फिर नवंबर 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में बुरहानपुर से फिर से वे विधायक निर्वाचित हुईं। चिटनीस को 20 दिसंबर 2008 को शिवराजसिंह चौहान मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया। अर्चना चिटनीस का जन्म 20 अप्रैल 1964 को पटियाला में हुआ था। उन्होंने प्राणीशास्त्र में एमएससी एवं बीएड तथा एलएलबी किया है। चिटनीस गुजराती विज्ञान महाविद्यालय इंदौर में प्राणीशास्त्र की व्याख्याता रह चुकी हैं। वर्ष 1984 में वे छात्र राजनीति में प्रवेश कर सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हो गईं। बाबूलाल गौर : 2 जून 1930 को उप्र के प्रतापनगर जिला में पैदा होने होने वाले बाबूलाल गौर का भाजपा के नेता के रूप में मप्र की राजनीति में प्रमुख स्थान रहा है। 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक वे मप्र के मुख्यमंत्री रहे चुके हैं। वर्तमान में वे शिवराज के मंत्रिमंडल में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री हैं। गौर पहली बार 1974 में भोपाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में निर्दलीय विधायक चुने गए थे। उन्होंने 1977 में गोविन्दपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और वर्ष 2003 तक वहां से लगातार सात बार विधानसभा चुनाव जीतते रहे। इस बार भी यहीं से मैदान में हैं। बीए और एलएलबी डिग्रीधारी गौर पहली बार 1974 में भोपाल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में निर्दलीय विधायक चुने गए थे। उन्होंने 1977 में गोविन्दपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और वर्ष 2003 तक वहां से लगातार सात बार विधानसभा चुनाव जीतते रहे। 1993
के विधानसभा चुनाव में 59 हजार 666 मतों के अंतर से विजय प्राप्त कर बाबूलाल गौर ने कीर्तिमान रचा था और 2003 के विधानसभा चुनाव में 64 हजार 212 मतों के अंतर से विजय पाकर अपने ही कीर्तिमान को तोड़ा। वे 7 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक मप्र के स्थानीय शासन, विधि एवं विधायी कार्य, संसदीय कार्य, जनसंपर्क, नगरीय कल्याण, शहरी आवास तथा पुनर्वास एवं भोपाल गैस त्रासदी राहत मंत्री रहे। वे 4 सितंबर 2002 से 7 दिसंबर 2003 तक मध्य प्रदेश विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। बाबूलाल गौर सन 1946 से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। उन्होंने दिल्ली तथा पंजाब आदि राज्यों में आयोजित सत्याग्रहों में भी भाग लिया था। गौर आपातकाल के दौरान 19 माह की जेल भी काट चुके हैं। 1974
में मध्य प्रदेश शासन द्वारा बाबूलाल गौर को 'गोआ मुक्ति आंदोलन' में शामिल होने के कारण 'स्वतंत्रता संग्राम सेनानी' का सम्मान प्रदान किया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में 'नगरीय प्रशासन एवं विकास', 'भोपाल गैस त्रासदी, राहत एवं पुनर्वास' विभाग का मंत्री बनाया गया है। सक्रिय राजनीति में आने से पहले बाबूलाल गौर ने भोपाल की कपड़ा मिल में नौकरी की थी और श्रमिकों के हित में अनेक आंदोलनों में भाग लिया था। वे भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्य हैं। अगले पन्ने पर प्रत्याशियों की जानकारी
कैलाश विजयवर्गीय : कैलाश विजयवर्गीय वर्तमान में मप्र के उद्योग मंत्री हैं। वाणिज्य, सूचना प्रौद्योगिकी और ग्रामीण उद्योग जैसे प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी भी उनके ही जिम्मे है। कैलाश विजयवर्गीय का जन्म 1956 में इंदौर में हुआ था। वे 2002-03 तक इंदौर के मेयर भी रह चुके हैं। 2000 में उन्हें ऑल इंडिया मेयर कॉउंसिल का चेयरमैन भी नियुक्त किया गया था। 2011
और 2013 में उन्होंने मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव भी लड़ा लेकिन दोनों बार ज्योतिरादित्य सिंधिया से परास्त हो गए। 2013 में उन्हें इंदौर डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख चुना गया है। फिलहाल वे महू से विधायक हैं। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में विजयवर्गीय ने इसी क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अंतरसिंह दरबार को 9791 मतों से पटखनी दी थी। इस बार भी विजयवर्गीय का मुख्य मुकाबला दरबार से ही है, जिन्हें कांग्रेस ने फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। कुंवर विजय शाह : विजय शाह का जन्म 1 नवंबर 1962 को हुआ था। उन्होंने एमए तक की शिक्षा हासिल की है। अपने छात्र जीवन से ही कुंवर विजय शाह राजनीति एवं समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे।इन्दौर के क्रिश्चियन कॉलेज के छात्रसंघ में उन्होंने विभिन्न पदों पर काम किया। दस से भी अधिक वर्षों तक अभाविप से जुड़े रहकर उन्होंने अनेक रचनात्मक कार्यों एवं गतिविधियों में युवाओं का नेतृत्व किया। सन 1990 में हुए नौवीं विधानसभा के चुनाव में शाह को भाजपा के विधायक के रूप में खंडवा जिले के हरसूद विधानसभा क्षेत्र से चुना गया था। इसके बाद उनके जीत का सिलसला लगातार आगे बढ़ते रहे। 2003 के बारहवीं विधानसभा के निर्वाचन में भी उन्हेंने इसी सीट से चौथी बार जीत दर्ज की। अभाविप से उनका लंबे समय से जुड़ाव रहा है। 1990 में कुंवर विजय शाह को हरसूद विधानसभा क्षेत्र, खंडवा ज़िला से भाजपा के विधायक के रूप में चुना गया था। उन्हें 28 अक्टूबर 2009 को शिवराजसिंह चौहान के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया।कुंवर विजय शाह पहली बार मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती के मंत्रिमंडल में 28 जून 2004 को शामिल हुए थे। वे 27 अगस्त 2004 में भी मंत्री बने। 4 दिसंब 2005 को शिवराजसिंह चौहान के मंत्रिमंडल में भी उन्हें मंत्री के रूप में शामिल किया गया था। फिर 28 अक्टूबर 2009 को उन्हें एक बार फिर से शिवराजसिंह चौहान के मंत्रिमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप सम्मिलित शामिल किया गया। यशोधरा राजे सिंधिया : यशोधरा राजे सिंधिया ग्वालियर के महाराजा मराठा जिवाजीराव सिंधिया और विजयराजे सिंधिया की सबसे छोटी पुत्री हैं। वे राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया की छोटी बहन हैं। यशोधरा राजे सिंधिया ने 1998 और 2003 में मध्य प्रदेश के शिवपुरी से विधानसभा चुनाव लड़ा और विजय प्राप्त की। मध्य प्रदेश विधान सभा चुनावो में भाजपा की जीत पर वे पर्यटन,खेल और युवा मामलों के लिए राज्यमंत्री बनीं। वह 15वीं लोकसभा के लिए ग्वालियर से सांसद भी निर्वाचित हुई।19
जून 1954 को लंदन में पैदा होने वाली यशोधराराजे सिंधिया ने मुंबई और ग्वालियर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। 1977 में वह एक कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. सिद्धार्थ भंसाली से शादी करके अमेरिका चली गईं। उनके तीन बच्चे अक्षय, अभिषेक और त्रिशला हैं। 1994 में वह भारत वापस लौटकर आईं और राजनीति में शामिल हो गईं। नरोत्तम मिश्रा : वर्तमान में शिवराज सिंह की कैबिनेट के मंत्रिमंडल में मंत्री नरोत्तम मिश्रा 2013 के चुनावों में दतिया से मैदान में हैं। उनका जन्म 15 अप्रैल 1960 को ग्वालियर में हुआ। नरोत्तम मिश्रा के पास एमए और पीएचडी जैसी डिग्रियां हैं।
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लक्ष्मीकांत शर्मा : मप्र के जनसंपर्क एवं संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का जन्म 24 जनवरी 1961 को सिंरोज में हुआ। चन्द्रमोहन शर्मा के बेटे लक्ष्मीकांत शर्मा ने एमए, एलएलबी की शिक्षा हासिल की है। लक्ष्मीकांत शर्मा बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे। बाद में श्री शर्मा सरस्वती शिशु मंदिर, सिंरोज में आचार्य तथा तहसील सिंरोज के संघ कार्यवाहक भी रहे। वर्ष 1993 में संपन्न दसवीं विधानसभा के निर्वाचन में श्री लक्ष्मीकांत शर्मा पहली बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित हुए। फिर वर्ष 1998 में दूसरी और 2003 में तीसरी बार सिरोंज विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक निर्वाचित हुए।28
जून 2004 को उन्हें सुश्री उमा भारती मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शामिल कर जनसम्पर्क, खनिज साधन और जनशिकायत निवारण विभाग का उत्तरदायित्व सौंपा गया।फिर उन्हें 27 अगस्त 2004 को मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई। आपको खनिज साधन, जनशिकायत निवारण,संस्कृति,धार्मिक न्यास,धर्मस्व,पुनर्वास,विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का दायित्व सौंपा गया।शर्मा को 4 दिसम्बर 2005 को शिवराज मंत्रिमण्डल में भी राज्यमंत्री के रूप में सम्मिलित किया गया। 25 अगस्त 2007 को उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। 2008 के विधानसभा चुनाव में वह फिर से निर्वाचित हुए और 20 दिसंबर 2008 को उन्हें शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया। तुकोजीराव पवार : बीजेपी नेता और वर्तमान में मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री तुकोजीराव पवार का जन्म 17 नवंबर 1963 हुआ था। तुकोजीराव पवार भी राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। वह देवास स्टेट के अंतिम राजा कृष्णाजी राव तृतीय के पुत्र हैं। हमेशा से ही वह देवास से चुनाव लड़ते रहे हैं। पहली बार 2005 चुनाव जीतने के बाद उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री का पदभार संभाला था। मथुरालाल डाबर (रतलाम ग्रामीण) उम्र : 49 वर्ष शिक्षा : 8वीं बालकृष्ण पाटीदार (खरगोन)उम्र : 45 वर्षशिक्षा : एलएलबी गजेन्द्र पटेल (भगवानपुरा)उम्र : 45 वर्षशिक्षा : एलएलबी अंतरसिंह आर्य (सेंधवा) उम्र : 54 वर्षशिक्षा : एम.कॉम दीवान सिंह (पानसेमल)उम्र : 55 वर्षशिक्षा : स्नातक प्रेमसिंह (बड़वानी)उम्र : 55 वर्ष शिक्षा : प्राइमरी नागरसिंह (अलीराजपुर)उम्र : 30 वर्ष शिक्षा : 12वीं माधवसिंह डावर (जोबट)उम्र : 63 वर्ष शिक्षा : बीए गौरसिंह वसुनियाउम्र : 40 वर्ष शिक्षा : स्नातक
उमाशंकर (द.प.)उम्र : 60 वर्ष शिक्षा : एमकॉम राजेन्द्र वर्मा (सोनकच्छ) उम्र : 33 वर्ष शिक्षा : एमबीए चम्पालाल देवड़ा (बागली)उम्र : 40 वर्ष शिक्षा : स्नातक देवेंद्र वर्मा (खंडवा)उम्र : 38 वर्ष शिक्षा : एमए नंदा ब्राह्मण (भीकनगांव)उम्र : 34 वर्षशिक्षा : 12वीं लोकेन्द्र सिंह (मांधाता)उम्र : 45 वर्ष शिक्षा : 12वीं दीपक जोशी (हाटपीपल्या)उम्र : 49 वर्ष शिक्षा : एलएलबी राजेन्द्र दादू (नेपानगर)उम्र : 52 वर्ष शिक्षा : स्नातक राजकुमार मेव (महेश्वर)उम्र : 43 वर्ष शिक्षा : स्नातक आत्माराम पटेल (कसरावद)उम्र : 45 वर्ष शिक्षा : एलएलबी राजेन्द्र पांडे (जावरा)उम्र : 44 वर्ष शिक्षा : स्नातक जगदीश देवड़ा (मल्हारगढ़)उम्र : 52 वर्ष शिक्षा : स्नातक ओमप्रकाश सकलेचा (जावद)उम्र : 56 वर्ष शिक्षा : स्नातक कमल पटेल (हरदा)उम्र : 50 वर्ष शिक्षा : स्नातक निर्मला भूरिया (पेटलावद)उम्र : 43 वर्ष शिक्षा : एमए गौरीशंकर बिसेन (बालाघाट)उम्र : 60 वर्ष शिक्षा : एमए नीना वर्मा (धार)उम्र : 53 वर्षशिक्षा : स्नातक
रामकृष्ण कुसमारिया : भाजपा की ओर से राजनगर से चुनाव रण में रामकृष्ण कुसमारिया का जन्म मध्यप्रदेश के दमोह में 30 जुलाई 1942 को हुआ था। वह 71 साल के हैं। उन्होंने एग्रीकल्चर में बीएससी, एमएससी और इकॅनामिक्स (आनर्स) की शिक्षा ग्रहण की है। 1977 में पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। फिर 1985 और 1990 में दूसरी और तिसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। फिर 1991 में विधायक रहते हुए दमोह से लोकसभा के लिए चुन लिए गए। फिर 10वीं, 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा के लिए भी चुने गए। 14वीं लोकसभा में का चुनाव उन्होंने दमोह की जगह खजुराहों से लड़ा था। फिर 2008 में लोकसभा से इस्तीफा देकर उन्होंने पथरिया विधानसभा से चुनाव लड़कर मध्यप्रदेश विधानसभी पहुंच गए। माया सिंह : भारतीय जनता पार्टी की नेता माया सिंह वर्तमान में वह मध्यप्रदेश से राज्यसभा की सद्स्य हैं। इनका जन्म 15 अगस्त 1950 को मथुरा जिले के सुजानपुर में हुआ था। उन्होंने जिवाजी विश्विद्यालय ग्वालियर से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। 1980 में भाजपा के साथ उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी। फिर उन्होंने भाजपा महिला मोर्चा में विभिन्न पदों पर काम किया। बाद में 1997-2000 वह इसकी राष्टीय अध्यक्ष भी रहीं। अ भी वह अपनी पार्टी में कई महत्पपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसबार के विधानसभा चुनाव में वह ग्वालियर पूर्व से चुनाव लड़ रही हैं।