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Written By WD

नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो भाजपा टूट जाएगी-पंकज शर्मा

-वृजेन्द्रसिंह झाला

नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो भाजपा टूट जाएगी-पंकज शर्मा -
इंदौर। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते और यदि ऐसी नौबत आई भी तो उससे पहले भाजपा ही टूट जाएगी।

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अपने इंदौर प्रवास के दौरान वेबदुनिया कार्यालय में शर्मा ने विधानसभा चुनाव समेत विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस की जीत को लेकर काफी आश्वस्त शर्मा ने कहा कि इस बार टिकट वितरण में काफी मेहनत की गई है, जिसका पार्टी को सकारात्मक परिणाम मिलेगा। उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि टिकट बदलने से कुछ जगह असंतोष भी देखने को मिला और उससे कुछ नुकसान भी हुआ है। हालांकि अब चीजों को संभाल लिया गया है।

उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस को मध्यप्रदेश में 125 सीटें मिलने जा रही हैं। भाजपा शासित इस राज्य की स्थिति काफी लचर है। सिर्फ मुख्‍यमंत्री की छवि के भरोसे चुनाव नहीं जीत सकती भाजपा। मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर काफी प्रभावी है।



शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस की ही सरकार बन रही है। क्योंकि पिछली बार भी वहां सीटों का अंतर काफी कम था। उन्होंने कहा कि पहले चरण में हुए 18 सीटों पर हुए चुनाव में भी कांग्रेस को छग में 9 से 10 सीटें मिल रही हैं, जहां पिछली बार सिर्फ तीन सीटें ही मिली थीं। राजस्थान में भी सरकार द्वारा लोगों को दी गई स्वास्थ्य सुविधाएं का लाभ कांग्रेस को चुनाव में मिलेगा।

क्या मध्यप्रदेश में सिंधिया को सीएम प्रोजेक्ट किया जाता तो पार्टी को फायदा मिलता? इस पर उन्होंने कहा कि मुख्‍यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करने की पार्टी की शुरू से ही नीति रही है। इसलिए इस बारे में कुछ कहना काफी मुश्किल है, लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय है कि पार्टी को इस नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए। क्योंकि लोग जानना चाहते हैं कि मुख्‍यमंत्री कौन बनेगा, कौन व्यक्ति उनको नेतृत्व देने जा रहा है, उनका रुझान भी उसी के अनुरूप होता है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि पंजाब में कैप्टन अमरिन्दरसिंह को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के बावजूद पार्टी वहां चुनाव हार गई।

राहुल की सभाओं में भीड़ नहीं जुटने पर क्या बोले पंकज... पढ़ें अगले पेज पर...


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राहुल की सभाओं में कम उपस्थिति के मुद्दे पर कांग्रेस सचिव ने शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में भीड़ का कोई महत्व नहीं है और न ही इसका चुनाव पर कोई असर होता है। अटलबिहारी वाजपेयी की सभाओं में भी किसी समय काफी भीड़ होती थी, लेकिन उन्हें उस अनुपान में सीटें नहीं मिलती थीं। यूपी में भी राहुल की रैलियों और रोड शो में काफी भीड़ उमड़ती थी, लेकिन फिर भी वहां कांग्रेस को सकारात्मक परिणाम नहीं मिले।

शर्मा कहते हैं कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने का निर्णय सीनियर लीडरशिप को करना है, लेकिन मेरा मानना है कि अब तक राहुलजी को प्रधानमंत्री बन जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि यूपीए-1 में उन्हें मंत्री पद स्वीकार लेना चाहिए था, जबकि यूपीए-2 में उन्हें प्रधानमंत्री बन जाना चाहिए था। यदि ऐसा होता तो यूपीए सरकार काफी स्मूथ चलती। हालांकि यह बात अलग है कि राहुल ने सरकार से ज्यादा संगठन को अहमियत दी।

पंकज कहते हैं कि राहुल गांधी में कई खूबियां हैं, उनमें बदलाव लाने का जज्बा, चीजों की समझ और सही फैसले लेने की अद्‍भुत क्षमता है। विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण में यह काफी हद देखने को भी मिला। आगामी लोकसभा चुनाव की व्यूह रचना में भी उनका असर और बड़ी भूमिका देखने को मिलेगी।

नरेन्द्र मोदी की रैलियों में उमड़ती भीड़ पर पंकज शर्मा का कहते हैं कि अभी मोदी एक वर्ग का ध्रुवीकरण करने में कामयाब हो रहे हैं, लेकिन आने वाले समय में उसका असर काफी नकारात्मक होगा क्योंकि मोदी का लोकतांत्रिक मूल्यों में भरोसा नहीं है। उनकी सोच सिर्फ 'माई-वे या हाई-वे' की है और यह काफी घातक है। उन्होंने कहा कि मोदी की आत्मकेन्द्रित सोच लोकतंत्र के ताने-बाने को नष्ट कर देगी।

शर्मा ने कहा कि मोदी की बढ़ती लोकप्रियता लोकतंत्र की सकारात्मक शक्तियों का फेल्युअर है कि मोदी में लोगों को उम्मीद की किरण नजर आ रही है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा को कितनी भी सीटे मिल जाएं, लेकिन मोदी कभी प्रधानंमत्री नहीं बनेंगे। यदि ऐसी नौबत आई तो एनडीए दूर की बात है, भाजपा ही टूट जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव में पांच माह का समय है और राजनीति के लिए यह बहुत लंबा समय है। इस अवधि में कुछ भी हो सकता है।