शुक्रवार, 8 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. चुनाव 2023
  2. विधानसभा चुनाव 2023
  3. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023
  4. Women vote bank will become a game changer in Madhya Pradesh assembly elections
Written By Author विकास सिंह
Last Updated : मंगलवार, 7 नवंबर 2023 (14:41 IST)

मध्यप्रदेश में महिला वोटर्स का रुख तय करेगा नई सरकार का चेहरा, शिवराज और कमलनाथ में लगी होड़

मध्यप्रदेश में महिला वोटर्स का रुख तय करेगा नई सरकार का चेहरा, शिवराज और कमलनाथ में लगी होड़ - Women vote bank will become a game changer in Madhya Pradesh assembly elections
भोपाल। आज से ठीक 10 दिन बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए होने जा रही वोटिंग महिला वोटर्स का रूख गेमचेंजर साबित होने जा रहा है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में महिला वोटर जिस पार्टी की ओर रुख कर देगी वह सत्ता में काबिज हो जाएगी। महिला वोटर्स की इस बड़ी भूमिका को अब सियासी दल भी अच्छी तरह समझ चुके है, यहीं कारण है कि अब चुनाव प्रचार में महिलाओं से जुड़े मुद्दें प्रमुखता से छा गए है। भाजपा और कांग्रेस दोनों  ही दल महिला वोट बैंक को साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।

बहनों के भरोसे ही शिवराज!- मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा पांचवी बार सत्ता में काबिज होती है तो उसमें महिला वोटर्स की बड़ी भूमिका होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस बात को अच्छी तरह समझ चुके है इसलिए वह लगातार कांग्रेस को महिला विरोधी बताकर टारगेट कर रहे है। सोमवार देर रात भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा में चुनावी रैली  को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस भाजपा का मुकाबला नहीं कर पा रही है, इसलिए अब धमकी देने पर उतर आई है। कांग्रेस पार्टी के नेता पहले अधिकारियों को धमकी दे रहे थे, अब तो उनके नेता हमारी स्व सहायता समूह की बहनों को भी धमकी देने लगे हैं।

सीएम ने कहा कि कांग्रेस के नेता स्व सहायता समूह की बहनों को कह रहे हैं कि बहुत भैया-भैया कर रही हो, कांग्रेस की सरकार बनी तो तुम्हारे घर में चूल्हे नहीं जलने दूंगा। तुम्हारे बच्चे भूखे पेट मर जाएंगे। कांग्रेस पार्टी यह किस स्तर की राजनीति पर उतारू हो गई है। आज प्रियंका गांधी भी मध्यप्रदेश में थीं, मैं कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि बहनों को धमकी देना क्या कांग्रेस पार्टी की रणनीति है। कांग्रेस नेताओं द्वारा बहनों को धमकी देने के मामले में उनका क्या स्टैंड है, स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि एक बात सभी स्पष्ट सुन लें, हमारी बहन-बेटियों और भांजे-भांजियों की ओर आंख उठाकर देखने वालों को मैं बख्शूंगा नहीं।

इसके साथ मुख्यमंत्री महिला वोट बैंक रिझाने के लिए चुनावी साल में लॉन्च की गई अपनी लाड़ली बहना योजना का जिक्र हर मंच पर करने के साथ यह भी कह रहे है कि आने वाले समय में इसको वह तीन हजार रुपए तक ले जाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री अपनी हर सभा में कहते है कि कांग्रेस सरकार आई तो वह लाड़ली बहना योजना को बंद कर देगी।

कमलनाथ का बहनों के नाम पत्र-मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में महिला वोटर्स को साधने के लिए कांग्रेस ने बड़ा दांव चला है। कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही सबसे पहले नारी सम्मान योजना को लागू किया जाएगा और 1 जनवरी 2024 को महिलाओं के खाते में 1500 रुपए आ जाएंगे। कांग्रेस ने चुनावी वादा करते हुए कहा कि  जिन महिलाओं ने नारी सम्मान योजना के फॉर्म नहीं भरे हैं, उन्हें भी 1 जनवरी से नारी सम्मान का पात्र बनाएगी कांग्रेस सरकार।

इसके साथ महिलाओं को ₹500 में घरेलू गैस का सिलेंडर मिलेगा। मध्य प्रदेश के प्रत्येक घर को 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली और 200 यूनिट तक हाफ कीमत पर बिजली कांग्रेस सरकार देगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने महिलाओं के नाम बकायदा एक पत्र जारी कर कहा कि वे 3 नवंबर 2023 में उनके दस्तक से जारी पत्र या पत्र की फोटोकॉपी को सुरक्षित रखें क्योंकि यह सब उनका पत्र नहीं है बल्कि उनकी गारंटी और वचन है।

महिला वोटर्स बनेगी गेमचेंजर-मध्यप्रदेश विधानसभ चुनाव में महिला वोटर्स गेमचेंजर की भूमिका में है। प्रदेश में करीब साढ़े पांच करोड़ वोटरों में महिला वोटर्स की संख्या दो करोड़ 72 लाख है, यानि कुल वोटरों में 49 फीसदी महिला वोटर है। चुनाव आयोग के मुताबिक महिला वोटर्स के नाम बड़ी संख्या में नए जोड़े गए है। वहीं प्रदेश की 52 जिलों में 41 जिले ऐसे है जहां पर महिला वोटरों के नाम ज्यादा जुड़े है। प्रदेश में महिला वोटरों की संख्या 7.07 लाख बढ़ी है जबकि नए पुरुष मतादाताओं की संख्या 6.32 लाख बढ़ी है। ऐसे में मध्यप्रदेश चुनाव में महिला वोटरों को साधना सियासी दलों के लिए एक जरूरी मजबूरी है।
ये भी पढ़ें
राजस्थान में गरजे अमित शाह, कांग्रेस सरकार ने राज्य को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी