मध्यप्रदेश में CM का चेहरा नहीं बनने वाले शिवराज क्या भाजपा की करा पाएंगे सत्ता में वापसी?
भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विधानसभा चुनाव में अपना चेहरा नहीं घोषित किया हो लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश में मैराथन चुनावी प्रचार कर रहे है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक दिन में 10 चुनावी सभाएं और रोड शो कर भाजपा की पांचवी बार सत्ता में लाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में सुसनेर, कोलारस, शिवपुरी, करैरा, भाण्डेर, सेंवढ़ा, डबरा, भितरवार, ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर पूर्व में 10 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चुनावी सभाएं रात 10 बजे तक चलती है और इसके बाद मुख्यमंत्री रोड शो और घर-घर जनसंपर्क कर भाजपा के समर्थन में वोट मांग रहे है। ऐसे ही नजारा बुधवार रात सीहोर विधानसभा में दिखाई दिया जब सभा में देरी से पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने फोन पर जनसभा को संबोधित किया। वहीं मुख्यमंत्री ने रात 10 बजे के बाद श्यामपुर की सभा में पहुंचकर डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया।
वहीं रात में हेलिकॉप्टर नहीं उड़ पाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सड़क मार्ग से अपना चुनावी दौरा पूरा कर रहे है। पिछले दिनों ब्यावरा में देर से चुनावी सभा में पहुंचने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद कहा कि देर बहुत हो गई, हेलिकॉप्टर का दौरा सड़क से पूरा कर रहा हूं, मैं मामा हूं।
शिवराज का चेहरा क्यों जरूरी?-मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज भी सबसे लोकप्रिय चेहरा है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि मध्यप्रदेश में एंटी इकंमबेंसी नहीं प्रो इंकंमबेंसी है। अगर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यह दावा कर रहे है तो इसका बड़ा कारण लाड़ली बहना योजना है। चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना लाकर आधी आबादी के वोटर्स को साधने के लिए बड़ा दांव चला है। लाड़ली बहना योजना को 18 साल के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चेहरे को लेकर बनी एंटी इंकमबेंसी की काट की तौर पर देखा गया। मुख्यमंत्री चुनावी सभाओं में जिस तरह से महिलाओं की भागीदारी नजर आ रही है, वह भाजपा के लिए चुनावी आशा की एक बडी किरण है।
मध्यप्रदेश मे पहले मामा और अब भैय्या के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी सभा में कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते नजर आते है। शुक्रवार को अनूपपुर की कोतमा विधानसभा सीट पर चुनावी सभा करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रियंका जी, अब आप क्या समझो मां, बहन और बेटी का सम्मान। मैं तो बेटियों की पूजा करता हूं लेकिन आपके नेता बहनों को कई जगह आइटम जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। नीतीश कुमार ने भी किस तरह शब्दों का इस्तेमाल किया। आपने जिनको टिकट दिया है उनके बारे में कैसी-कैसी खबरें हमारे पास आई है।
एमपी के मन में मोदी चुनावी स्लोगन के सहारे मध्यप्रदेश में चुनाव लड़ रही भाजपा के लिए शिवराज का चेहरा चुनाव जरूरी है इसको इसे समझा जा सकता है कि पीएम मोदी भी अब अपनी चुनावी सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की खुलकर तारीफ कर रहे है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने लाड़ली लक्ष्मी औऱ लाड़ली बहना योजना का जिक्र कर लोगों से कह रहे है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह इन योजनाओं को बंद कर देगी।