राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से लेकर छोटे राज्य हिमाचल प्रदेश में खेला कर दिया। भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में बड़ी सेंध लगा दी और अपने आठवें उम्मीदवार संजय सेठ को जीता लिया। उत्तरप्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 8 सीटों पर और 2 सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है।
राज्यसभा चुनाव में भाजपा के सभी आठ उम्मीदवार सुधांशु त्रिवेदी, आरपीएन सिंह,चौधरी तेजवीर सिंह,साधना सिंह, अमरपाल मौर्य,संगीता बलवंत और आगरा के मेयर नवीन जैन को जीत हासिल हुई। वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जया बच्चन और PDA के उम्मीदवार रामजीलाल सुमन विजयी हुए। जबकि समाजवादी पार्टी के तीसरे नंबर के प्रत्याशी अलोक रंजन हार गए। अलोक रंजन को मात्र 16 वोट हासिल हुए।
लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका- राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने समाजवादी पार्टी में बड़ी सेंध लगा दी। मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी के सात दिग्गज विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के समर्थन में क्रॉस वोटिंग की। चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक और ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडेय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
मनोज पांडे उस रायबरेली लोकसभा सीट में आने वाली विधानसभा ऊंचाहार से विधायक है जिस पर इस बार भाजपा ने अपनी नजर गढ़ा दी है। मनोज पांडे को भाजपा लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है। भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने के बाद मनोज पांडे से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने साफ कहा कि उन्हें जनता ने चुनाव है और उनकी जिम्मेदारी केवल जनता के प्रति है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने जिस तरह समाजवादी पार्टी में सेंध लगाई उसका सीधा प्रभाव लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा। समाजवादी पार्टी ने अपने बागी विधायकों पर अब कार्रवाई करने की तैयारी मे है। पार्टी के विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद खुद अखिलेश यादव ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने वालों पर कार्रवाई होगी। राज्यसभा चुनाव समाजवादी पार्टी और उनके अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस के लिए भी बड़ा झटका है।
लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। समझौते के तहत रायबरेली सीट कांग्रेस के खाते में गई है, ऐसे में सपा विधायक मनोज पांडे की बगावत कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव के लिए भी बड़ी चुनौती है।
उत्तरप्रदेश में राज्यसभा चुनाव में संभवत पहली बार इतनी बड़ी संख्या में क्रॉस वोटिंग की है।भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के बहाने लोकसभा चुनाव को भी टारगेट किया है। उदारण के तौर पर रायबरेली लोकसभा सीट भाजपा के लिए हमेशा से चुनौती रही है।
मनोज पांडे के साथ समाजवादी पार्टी के अमेठी से आने वाली विधायक राकेश प्रताप सिह ने भी भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में अमेठी में भाजपा को फायदा मिल सकती है। भाजपा ने 2029 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस परपरागंत सीट अमेठी पर राहुल गांधी को हरा कर जीत हासिल थी।
इसके साथ सपा विधायक राकेश पांडेय अंबेडकनगर से सांसद रितेश पांडे के पिता है जो राज्यसभा चुनाव के मतदान से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे, ऐसे में अब राकेश पांडेय से भाजपा को लोकसभा चुनाव में अंबेडकर सीट पर फायदा होगा।
इसके साथ अयोध्या से सटे गोसाईगंज से सपा के बाहुबली विधायक अभय सिंह का प्रभाव अयोध्या के साथ सुल्तानपुर जिले में भी है। इसके साथ पूजा पाल के आने से भाजपा को प्रयागराज लोकसभा सीट पर सीधा फायदा होगा वहीं जालौन से आने वाले विनोद चतुर्वेदी का फायदा भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिलेगा।
राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को पूर्वाचल में बड़ा झटका लगा है। जो पूर्वाचल उत्तर प्रदेश की सियासत का भविष्य तय करता है वहां पर समाजवादी पार्टी का कमजोर होना भाजपा के सीधा फायदेमंद साबित होगी।