Priyanka Gandhi road show in Saharanpur: उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 8 सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए प्रचार समाप्त होने से कुछ घंटे पहले, कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने बुधवार को सहारनपुर में विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में रोड शो किया।
जैन बाग क्षेत्र से शुरू हुआ यह रोड शो रायवाला, जेबीएस इंटर कॉलेज, कम्बोह पुल से होकर लगभग दो किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मुस्लिम बहुल इलाके कुतुब शेर में समाप्त हुआ।
गुरुद्वारा जाने की नहीं मिली इजाजत : समय अवधि बीत जाने के बाद जिला प्रशासन ने प्रियंका गांधी के रोड शो को आगे जाने की इजाजत नहीं दी, जिससे वह गुरुद्वारे और कांग्रेस कमेटी कार्यालय तक नहीं जा पाईं। कुतुबशेर थाने के पास ही उन्होंने अपना रोड शो समाप्त कर दिया। प्रियंका गांधी का गुरुद्वारा रोड स्थित गुरुद्वारे में भी जाने का कार्यक्रम था।
परिवर्तन की आहट : सोशल मीडिया नेटवर्क एक्स पर एक पोस्ट में प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर वासियों के इस प्यार से अभिभूत हूं। यह उत्साह, यह जोश और यह जज्बा आने वाले परिवर्तन की आहट है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई से निराश हो चुकी जनता को अब बदलाव की उम्मीद दिखने लगी है। यह उत्साह उसी उम्मीद की झलक है। जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है। जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया।
चुनावी बॉन्ड काला धन सफेद करने का तरीका : प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं- चुनावी बॉन्ड एक पारदर्शी योजना थी। तो फिर इसमें चंदा देने वालों के नाम गुप्त क्यों रखे गए? असल में चुनावी बॉन्ड काला धन सफेद करने का तरीका था।
उन्होंने कहा कि जो कंपनी 180 करोड़ रुपए का मुनाफा कमा रही थी, उस कम्पनी ने भाजपा को 1100 करोड रूपये का चंदा दे दिया यानी काला धन चुनावी बॉन्ड के माध्यम से सफेद किया गया।
उन्होंने कहा कि यह चुनावी बॉन्ड मोदी जी के भ्रष्टाचार की पोल खोलता है। मोदी जी को देश के किसान की चिंता नहीं है। किसान अपने हक के लिए दिल्ली में कई महीने बैठा रहा, लेकिन मोदी जी को सुनाई नहीं दिया। देश का किसान 10 हजार रुपए के कर्ज के लिए आत्महत्या कर रहा है, लेकिन अडानी का कर्ज एक झटके मे माफ कर दिया गया।
धन्नासेठ चला रहे हैं देश : प्रियंका गांधी ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी जी का ध्यान गरीबों की ओर नहीं है, उनका ध्यान केवल धन्ना सेठों की ओर है। देश को मोदी के यही धन्नासेठ चला रहे हैं।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि रामनवमी के दिन हम भगवान राम की तपस्या को याद करते हैं। जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो उन्होंने देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं। फिर, उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नीलकमल मां के चरणों में अर्पण किए। तब माता ने उनकी परीक्षा लेने की सोची और 108वां कमल छिपा दिया। लेकिन भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि मां उन्हें बचपन में 'राजीव लोचन' कहती थीं।
उन्होंने कहा कि यह बात याद आते ही भगवान राम अपना नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं आपकी श्रद्धा से प्रसन्न हुई। मेरी शक्ति आपके साथ है।
राम के लिए जनता सर्वोपरि : उन्होंने कहा कि हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा। हमारे देश की परम्परा रही है कि हम सत्ता को नहीं पूजते, शक्ति और सत्य की पूजा करते हैं। आज जो सत्ता में हैं वह शक्ति के उपासक नहीं हैं, सिर्फ सत्ता के उपासक हैं।
रोडशो के दौरान एक खुले वाहन में इमरान मसूद के साथ सवार प्रियंका गांधी ने हाथ जोड़कर सड़क के दोनों ओर मौजूद भीड़ का अभिवादन किया। उन्होंने भीड़ की ओर हाथ भी हिलाया, जिसमें बुर्का पहने महिलाएं भी शामिल थीं और उन्होंने भी जवाब में हाथ हिलाया।
स्थानीय लोगों ने छतों से बरसाए फूल : कांग्रेस के झंडों और गुब्बारों के अलावा, समाजवादी पार्टी के झंडे भी कांग्रेस नेता के वाहन के साथ चल रहे उत्साही समर्थकों ने ले रखे थे। अपने नेता को अपने इलाके में घूमता देख खुश होकर, स्थानीय लोगों ने छतों से फूलों और कागज के रंगीन टुकड़ों की वर्षा की। रोड शो के दौरान नेताओं को अचूक सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए थे। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala