प्रियंका गांधी ने उठाया सवाल, नरेंद्र मोदी की भक्ति आखिर किस तरह का राष्ट्रवाद है
बहराइच/अमेठी (उप्र)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाते हुए रविवार को कहा कि उनकी नजर में जनता की आवाज को सुनकर, उसकी समस्याओं को सुलझाना ही सबसे बड़ा राष्ट्रवाद है।
प्रियंका ने अमेठी के गांवों के दौरे के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि मैं ही मोदी में कौन-सा राष्ट्रवाद है? राष्ट्रवाद का क्या मतलब है। इसका मतलब है देशभक्ति और देशप्रेम। देश कौन है.... देश की जनता और उसका प्रेम है।
अगर आपको सिर्फ अपना ही मोह है तो यह कैसा राष्ट्रवाद है?' उन्होंने बहराइच में भी कहा कि 'भाजपा वाले पाकिस्तान और राष्ट्रवाद की बात करते हैं। दूसरी ओर कुछ (कांग्रेस) नेता आपकी समस्याओं को सुलझाने की बात करते हैं। मेरी समझ में सबसे बड़ा राष्ट्रवाद जनता की आवाज को सुनकर उनकी समस्याओं को सुलझाना है।
कांग्रेस महासचिव ने मोदी की रैलियों में भीड़ उमड़ने पर कहा कि पैसे के बलबूते जीप और बसों में भरकर लाखों की भीड़ इकट्ठा करके उनके सामने भाषण देना या प्रचार वाले संदेश देना बहुत आसान है, लेकिन लोगों की समस्याओं को हल करना ही असली बात है।
उन्होंने कहा कि जमीन पर सच्चाई बिल्कुल अलग है। जब आप लोगों से घुले-मिलेंगे, लोगों से बातचीत करेंगे तो उससे दूसरा संदेश निकलता है। वह संदेश मैंने न तो कभी प्रधानमंत्री जी और न ही भाजपा के नेताओं द्वारा ग्रहण करते हुए देखा।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि भाजपा सरकार की सभी योजनाएं जनता को दुर्बल बनाने और सरकार तथा पार्टी के नेताओं एवं उनके कुछ उद्योगपति दोस्तों को मजबूत बनाने की नीयत से बनाई गई है।
गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की बहुत चर्चा करते हैं। इस योजना के नाम पर प्रति व्यक्ति प्रति दिन साढ़े तीन रुपए देकर भाजपा सरकार वास्तव में किसानों का अपमान कर रही है। दरअसल, यह 'किसान अपमान योजना' है। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने प्रतिवर्ष की बजाय प्रतिमाह 6 हजार देने की घोषणा की है।
प्रियंका ने कहा कि किसानों से प्रतिमाह कुछ पैसे लेकर बनाई गई किसान बीमा योजना से वास्तव में किसानों को विपत्ति आने पर सरकार की घोषणा तथा अपेक्षा के अनुरूप मदद नहीं मिल पाती जबकि इस योजना से कुछ उद्योगपतियों को 10 हजार करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि आपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हमेशा बड़े मंचों पर अथवा दूसरे देशों के राष्ट्रपतियों के साथ या बड़े उद्योगपतियों के साथ ही देखा होगा। मुझे आश्चर्य हुआ कि मोदी अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी में एक भी गांव में नहीं गए।
प्रियंका ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा संविधान को तोड़ने की कोशिश की जा रही है तथा संस्थाओं और लोकतंत्र को दुर्बल बनाया जा रहा है।
उन्होंने अपने भाषण में बहराइच में हर साल आने वाली बाढ़ तथा घाघरा नदी की कटान सरीखी स्थानीय, मगर बड़ी समस्याओं का भी जिक्र किया और सरकार बनने पर गंभीरता से विचार कर सुलझाने की बात कही। (भाषा)