सर्दी का सामना करने के लिए यूक्रेन को 1 अरब यूरो की मदद
70 से ज्यादा देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने यूक्रेन को इस सर्दी का सामना करने के लिए पेरिस में बुलाई गई विशेष बैठक में हिस्सा लिया। एक विडियो संदेश में जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को 80 करोड़ यूरो की तत्काल जरूरत है ताकि अपने ऊर्जा क्षेत्र को संभाल सके।
विडियो लिंक के जरिए बैठक में शामिल हुए जेलेंस्की ने कहा, "निश्चित रूप से यह एक बड़ी रकम है लेकिन संभावित ब्लैकआउट की कीमत को देखते हुए यह कीमत छोटी है।" जेलेंस्की ने बताया कि यूक्रेन को मरम्मत के लिए स्पेयर पार्ट्स, उच्च क्षमता वाले जेनरेटर, अतिरिक्त गैस और ज्यादा बिजली आयात करने की जरूरत है। जेलेंस्की ने कहा, "जेनरेटर तो बुलेटप्रूफ जैकेट और बख्तरबंद गाड़ियों की तरह जरूरी हो गये हैं।"
जाड़े में बिजली की किल्लत
फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने बताया कि ऊर्जा क्षेत्र के लिए मंगलवार को तकरीबन 40 करोड़ यूरो की मदद का बंदोबस्त हो गया।
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्माइगल का कहना है कि रूसी हमले के कारण देश के करीब आधे ग्रिड ठप्प हो गये हैं। यूक्रेन के कई इलाकों में दिनभर में केवल कुछ घंटों के लिए बिजली आ रही है। दक्षिणी ओडेसा में रूसी ड्रोन हमलों के बाद सप्ताहांत में 15 लाख और लोगों को बिजली की सप्लाई बंद हो गयी।
श्माइगल ने बैठक में पहुंचे लोगों से कहा, "वो हमें अंधेरे में रखना चाहते हैं, दुनिया भर में हमारे दोस्तों की बदौलत यह कोशिश नाकाम होगी।"
मंगलवार को लड़ाई के मैदान में रूसी कब्जे वाले मेलितोपोल के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि कीव समर्थक सेना ने एक रणनीतिक पुल को उड़ाने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया है। मेलितोपोल रूसी सेनाओं के लिए परिवहन का एक प्रमुख केंद्र है। दूसरी तरफ यूक्रेन के लिए देश के दक्षिणी हिस्सों को आजाद कराने की दिशा में अहम कड़ी भी है।
टेलिग्राम पर मेलितोपोल में रूस की तरफ से नियुक्त अधिकारी व्लादिमीर रोगोव ने कहा है कि पूर्वी उपनगर में मौजूद पुल को, "आतंकवादियों ने नुकसान पहुंचाया है।" रोगोव ने यह नहीं बताया कि पुल को कितना नुकसान हुआ है। हालांकि सोशल मीडिया पर आ रही तस्वीरों में पुल का बीच वाला हिस्सा गिरा हुआ दिख रहा है।
पेरिस मेकेनिज्म
मंगलवार को पेरिस की कांफ्रेंस में यूक्रेन को नागरिक सहायता देने के लिए कथित पेरिस मेकेनिज्म की भी शुरुआत की गई। यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसकी घोषणा जी7 के नेताओं ने इसी हफ्ते सोमवार को की थी। इसके जरिए यूक्रेन अपनी जरूरतों की सूची डाल सकेगा और अंतरराष्ट्रीय दानदाता रियल टाइम में मदद के लिए एक दूसरे के साथ सहयोग कर सकेंगे।
इसी तरह का एक प्लेटफॉर्म सैन्य मदद के लिए भी है जो यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों के जरिये जर्मनी में रामस्टाइन अमेरिकी सैन्य अड्डे से संचालित होता है। मंगलवार की बैठक की मेजबानी फ्रेंच राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने जेलेंस्की की पत्नी ओलेना के साथ की। इस मौके पर माक्रों ने यूक्रेन को अपने समर्थन का एक बार फिर भरोसा दिलाया।
एनआर/वीके (एएफपी)