उत्तरप्रदेश क्रिकेट संघ और बीसीसीआई ने प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी रामबाबू द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद उनके परिवार वालों को किसी भी तरह की आर्थिक सहायता किए जाने से साफ इनकार कर दिया है।
गौरतलब है कि 13 अक्तूबर को उप्र रणजी टीम के ओपनर बल्लेबाज रामबाबू पाल ने इलाहाबाद में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
उप्र की ओर से रणजी खेलने वाले इस बल्लेबाज ने 9 पारियों में 19.77 की औसत से 178 रन बनाए थे और राजस्थान के खिलाफ अपने आखिरी लीग मेच में शानदार 54 रन का योगदान दिया था।
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का पूर्व रणजी खिलाड़ी पाल के परिवार की आर्थिक सहायता देने का कोई विचार नहीं है।
उन्होंनें कहा कि पाल बैंक की नौकरी करते थे और अपनी निजी समस्याओं की वजह से उन्होंने आत्महत्या की। पहले तो बैंक को चाहिए कि वह इस मामले की पुलिस से जाँच कराए और फिर उसके बाद वह उनकी आर्थिक सहायता करें क्योंकि पाल उनके कर्मचारी थे।