मुथैया मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन पर पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी की टिप्पणी से नाराज श्रीलंका के क्रिकेट समुदाय ने कहा है कि इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने अपनी आत्मकथा की बिक्री बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है।
अपनी नई आत्मकथा 'डिजी' में गिलेस्पी ने कहा है कोहनी को मोड़ने से संबंधित नए क्रिकेट नियमों को उदार बनाने से मुरलीधरन और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर जैसे गेंदबाजों को फायदा हुआ। आईसीसी के नए नियमों के मुताबिक गेंदबाज गेंदबाजी करते हुए अपनी कोहनी को 15 डिग्री तक मोड़ सकता है।
एक शीर्ष क्रिकेट अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया आईसीसी ने जब विभिन्न चीजों को ध्यान में रखते हुए गेंदबाजों को कोहनी को 15 डिग्री तक मोड़ने की इजाजत दे दी है तो मुरलीधरन के एक्शन पर सवाल क्यों उठाया जा रहा है?
अधिकारी ने कहा कि वह कई वर्षों से गेंदबाजी कर रहे हैं और विश्व रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज पर है। मुरलीधरन इस मुद्दे पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।