ENGvsIND भारतीय टीम ने सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के शानदार शतक और कप्तान शुभमन गिल के अर्धशतक से शुक्रवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन चाय ब्रेक तक दो विकेट पर 215 रन बना लिए।
दोनों बल्लेबाज एक दूसरे से अलग अंदाज में खेले लेकिन दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए नाबाद 123 रन की साझेदारी निभा ली है। जायसवाल (नाबाद 100 रन) ने अपना पांचवां शतक पूरा करने के लिए 144 गेंद में 16 चौके और एक छक्का जड़ा जबकि गिल 74 गेंद में 58 रन बनाकर क्रीज पर डटे हैं।
गिल ने 56 गेंद में अपना आठवां अर्धशतक बनाया। यह भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में गिल का पहला अर्धशतक है।भारत ने दूसरे सत्र में एक भी विकेट नहीं गंवाया। लंच से तुंरत पहले केएल राहुल (42 रन) और पदार्पण करने वाले बी साई सुदर्शन के विकेट गिरे। सुदर्शन खाता भी नहीं खोल सके।
जायसवाल ने संयमित होकर बल्लेबाजी की, विशेषकर ऑफ स्टंप के बाहर जबकि वह सामान्यत: गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते दिखते हैं। हाल में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ए के लिए खेलते बाएं हाथ के इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने जो गलतियां की थीं, उन्हें इस पारी में नहीं दोहराया।
हालांकि कुछ मदद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी की जो सही लाइन और लेंथ पाने में संघर्ष करते रहे जिससे भारतीय बल्लेबाजों को रन बनाने के पूरे मौके मिले।
इस सयंमित पारी के दौरान भी जायसवाल ने कुछ बेहतरीन शॉट लगाए। उन्होंने तेज गेंदबाज जोश टंग की गेंद पर एक बेहतरीन ऑफ-ड्राइव शॉट लगाया और इसी गेंदबाज की गेंद पर एक शानदार छक्का जड़ा।
वहीं गिल बल्लेबाजी की सामान्य रणनीति पर अडिग रहे, उन्होंने ऑन-साइड पर और ऑफ-साइड पर शानदार शॉट लगाए। इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने क्रिस वोक्स की गेंद पर ऑफ-ड्राइव के बाद एक और शॉट लगाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जायसवाल ने जल्द ही ब्रायडन कार्स की गेंद पर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया और हवा में उछलकर इसका जश्न मनाया। इससे पहले उन्होंने इस गेंदबाज पर प्वाइंट और कवर पर लगातार चौके लगाए।
सुबह के सत्र में सलामी बल्लेबाज केएल राहुल (42 रन) और जायसवाल ने इंग्लैंड के आक्रमण का डटकर सामना करते हुए पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़कर अच्छी शुरूआत कराई। पर पहले सत्र के अंतिम क्षण में राहुल के आउट होने के बाद पदार्पण कर रहे सुदर्शन खाता भी नहीं खोल सके।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने हेंडिग्ले की पिच को देखकर टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया । यह पिच पिछले एक दशक में बल्लेबाजों के लिए मददगार बन गई है और इसकी झलक पहले ही सत्र में दिखी।
तेज गेंदबाजों के लिए पिच में मूवमेंट और स्विंग दिख रहा था। लेकिन भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने सुबह अच्छी बल्लेबाजी की।
इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी दिख रही थी जिससे वे भारतीय बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सके।इंग्लैंड के गेंदबाज स्टोक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग और क्रिस वोक्स ने राहुल और जायसवाल को बहुत ज्यादा फुल लेंथ गेंदबाजी की जिससे उन्होंने कुछ आसान सिंगल रन चुराए।
जायसवाल ने सुबह वोक्स की गेंद पर मिड-ऑफ पर शानदार ड्राइव के साथ शुरूआत की। तो वहीं राहुल ने कार्स और टंग की गेंद पर कवर पर शॉट लगाए ।
रोहित शर्मा के संन्यास के बाद सलामी बल्लेबाज की जगह वापस पाने वाले राहुल ने बेहतरीन फैसले लिये और तकनीकी निपुणता दिखाई। पर वह पहले सत्र के अंत में कार्स की ढीली गेंद को खेलने के प्रयास में स्लिप में जो रूट को कैच देकर आउट हो गए।
वहीं रूट (209) अब पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के टेस्ट क्रिकेट में 210 कैच के रिकॉर्ड की बराबरी करने से सिर्फ एक कैच दूर हैं।राहुल के आउट होने के बाद सुदर्शन चार गेंद खेलकर खाता भी नहीं खोल सके और स्टोक्स की गेंद पर विकेटकीपर जेमी स्मिथ को कैच थमा बैठे।
(भाषा)